दंतेवाड़ा: लोन वर्राटू अभियान (घर वापसी आइए अभियान) से प्रभावित होकर एक लाख के इनामी नक्सली ने मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला किया है. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के समक्ष नक्सली ने हथियार और नक्सली संगठन का साथ छोड़ आत्मसमर्पण कर दिया है. लोन वर्राटु अभियान के तहत अब तक 88 इनामी नक्सली समेत करीब 328 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसे सरकार की पुनर्वास नीति की बड़ी कामयाबी के रूप में भी देखा जाता है.
दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटु अभियान से प्रभावित होकर और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर जनमिलिशिया कमांडर जोगा तेलाम ने मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया. शनिवार को उसने पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण किया. उस पर एक लाख रुपए के इनाम रखा गया था.
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कई घटनाओं में था शामिल
जोगा तेलाम नक्सलियों के साथ लंबे वक्त से काम कर रहा था. वह विभिन्न नक्सल घटनाओं में शामिल था. नक्सली संगठन में जुड़कर बैनर-पोस्टर लगाना, रोड काटना, पुलिस पार्टी के लिए स्पाइस होल लगाना, ग्रामीणों पर मुखबिरी का आरोप लगाकर मारपीट करने जैसी घटनाओं में शामिल रहा है.
नक्सली दे रहे घटनाओं को अंजाम
एक ओर संगठन का साथ छोड़ बड़ी संख्या में नक्सली मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. वहीं नक्सली लगातार बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. आज अर्थात 3 अप्रैल को बीजापुर के तर्रेम और सिलगेर के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए हैं. पिछले महीने की 23 मार्च को ही छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों ने जवानों से भरे बस को अपना निशाना बनाया था. नक्सलियों के इस हमले में 5 जवान शहीद हुए थे.