दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों की घर वापसी के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं. जिसका फायदा भी दिख रहा है. लोन वर्राटू और पूना नर्कोम अभियान के तहत कई नक्सली सरेंडर कर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. सोमवार को दंतेवाड़ा में दो नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर किया.
दंतेवाड़ा में नक्सलियों का सरेंडर: सरेंडर नक्सलियों में एक पुरुष और एक महिला है. पुरुष नक्सली का नाम देवा उर्फ बोल्ली माड़वी है. जो एटेपाल गांव का रहने वाला था और कटेकल्याण एरिया कमेटी अंतर्गत एटेपाल डीकेएमएस का सदस्य था. महिला नक्सली का नाम गंगा कोवासी है, जो कुआंकोंडा थाना क्षेत्र के गीदम में केएएमएस सदस्य के रूप में सक्रिए थी. दोनों ने दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के सामने सरेंडर किया.
Anti Naxal Policy छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन की नई नीति को मंजूरी, लिए गए बड़े फैसले
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी नीति: हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल विरोधी नीति में बदलाव करते हुए नई नक्सल उन्मूलन नीति को मंजूरी दी. इसके तहत नक्सलियों के समर्पण पर प्रोत्साहन राशि के रूप में 25000 रुपये दिए जाएंगे. पहले यह राशि 10000 रुपये थी. नई नीति के तहत 5 लाख या इससे ज्यादा के सक्रिए इनामी नक्सली को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. ये राशि उस पर घोषित इनाम की राशि और समर्पित हथियार के बदले मुआवजा राशि के अतिरिक्त होगी. राशि में बैंक में जमा की जाएगी. जिसका ब्याज सरेंडर नक्सली को मिलेगा. सरकार को उम्मीद है कि नई नक्सल नीति के तहत ज्यादा से ज्यादा नक्सली सरेंडर कर मुख्य धारा से जुड़ेंगे और प्रदेश में नक्सलवाद पर लगाम लगेगी.