दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए माँ दंतेश्वरी को निमंत्रण देने शुक्रवार को राजपरिवार दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर पहुँचे। मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपने बस्तर महाराज कमलचंद भंजदेव परिवार सहित पहुँचे थे। यहां भव्य गाजे-बाजे के साथ बस्तर राजपरिवार का दंतेश्वरी मंदिर में स्वागत सत्कार हुआ।
600 साल पुरानी परंपरा आज भी राजपरिवार की ओर से ही निभाई जा रही है. बस्तर राजपरिवार की कुलदेवी माँ दंतेश्वरी है और बस्तर राजा माँ दंतेश्वरी देवी के प्रधान पुजारी है. आज के दिन माँ दंतेश्वरी की डोली बस्तर दशहरे में शामिल होने के लिए निकलती है और जगदलपुर राजमहल में जाती है.
बस्तर दशहरा 75 दिनों तक चलने वाला दशहरा पर्व का यह एक सबसे महत्वपूर्ण पल है. इसी कड़ी में इस साल भी राजपरिवार ने आज माँ दंतेश्वरी को मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपा.
महाराजा कमल चंद भंजदेव ने बताया ''कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से नवरात्र में पाबंदी लगाई गई थी. इस बार नवरात्र भव्य रूप में मनाया जा रहा है, जिसके लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पदयात्रा व घुटनों के बल चलते हुए मां दंतेश्वरी के धाम दंतेवाड़ा पहुंच रहे हैं. जिसके लिए टेंपल कमेटी व प्रशासन द्वारा बहुत सी व्यवस्था की है. जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो. हम कामना करते हैं कि जो भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर मां दंतेश्वरी के धाम पहुंच रहा है उसकी मनोकामना जरूर पूरी हो.''
Bastar Dussehra : राजपरिवार ने माँ दंतेश्वरी को मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपा
Invitation of Bastar Dussehra to Maa Danteshwari राजपरिवार ने 600 साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए माँ दंतेश्वरी को मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपा.
दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए माँ दंतेश्वरी को निमंत्रण देने शुक्रवार को राजपरिवार दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर पहुँचे। मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपने बस्तर महाराज कमलचंद भंजदेव परिवार सहित पहुँचे थे। यहां भव्य गाजे-बाजे के साथ बस्तर राजपरिवार का दंतेश्वरी मंदिर में स्वागत सत्कार हुआ।
600 साल पुरानी परंपरा आज भी राजपरिवार की ओर से ही निभाई जा रही है. बस्तर राजपरिवार की कुलदेवी माँ दंतेश्वरी है और बस्तर राजा माँ दंतेश्वरी देवी के प्रधान पुजारी है. आज के दिन माँ दंतेश्वरी की डोली बस्तर दशहरे में शामिल होने के लिए निकलती है और जगदलपुर राजमहल में जाती है.
बस्तर दशहरा 75 दिनों तक चलने वाला दशहरा पर्व का यह एक सबसे महत्वपूर्ण पल है. इसी कड़ी में इस साल भी राजपरिवार ने आज माँ दंतेश्वरी को मंगल पत्रिका में बस्तर दशहरे का आमंत्रण सौंपा.
महाराजा कमल चंद भंजदेव ने बताया ''कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से नवरात्र में पाबंदी लगाई गई थी. इस बार नवरात्र भव्य रूप में मनाया जा रहा है, जिसके लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पदयात्रा व घुटनों के बल चलते हुए मां दंतेश्वरी के धाम दंतेवाड़ा पहुंच रहे हैं. जिसके लिए टेंपल कमेटी व प्रशासन द्वारा बहुत सी व्यवस्था की है. जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो. हम कामना करते हैं कि जो भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर मां दंतेश्वरी के धाम पहुंच रहा है उसकी मनोकामना जरूर पूरी हो.''