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लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 2 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 2 लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर कर दिया है. आत्मसमर्पित नक्सली का नाम मनकू ताती है.

Surrender naxalite
सरेंडर नक्सली
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Published : Mar 17, 2021, 10:50 AM IST

Updated : Mar 17, 2021, 11:24 AM IST

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लोन वर्राटू अभियान कारगर साबित हो रहा है. बचेली थाना क्षेत्र में लोन वर्राटू अभियान के तहत 2 लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सली का नाम मनकू ताती है.

नक्सलियों ने खोखली विचारधाराओं से तंग आकर किया सरेंडर

सरेंडर नक्सली मनकू ताती प्लाटून कमांडर 2 का सदस्य है और कई बड़ी वारदातों में शामिल रह चुका है. मनकू ने बताया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और मुख्यधारा में जुड़ने के लिए उसने आत्मसमर्पण किया है.

SPECIAL: बस्तर पुलिस का ये अभियान जीत रहा है नक्सलियों का 'दिल', मिल रही वरिष्ठों की शाबाशी

इन घटनाओं को दिया था आंजाम

  • साल 2019 में एनएमडीसी की पहाड़ियों पर एंबुश लगाने की वारदात को उसने अंजाम दिया था. बारूद वाहन को लूटने के इरादे से लगाया था एंबुश.
  • साल 2020 में सुकमा जिले के मिनपा क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर फायरिंग और विस्फोट करने की वारदात में था शामिल. इस घटना में 19 जवान शहीद हुए थे. 3 नक्सली भी मारे गए थे.

'लोन वर्राटू' अभियान से मिल रही सफलता

बस्तर में स्थानीय कैडर के नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. इसके तहत दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है, जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौटें. इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली पुलिस से संपर्क कर समाज की मुख्य धारा में वापस लौट रहे हैं.

नक्सल पुनर्वास एवं सरेंडर नीति के क्रियान्वयन पर उठे सवाल

सरकारी पुनर्वास नीति के मुख्य बिंदु-

  • सरेंडर नक्सलियों को तत्काल 10 हजार की सहायता राशि
  • रैंक के हिसाब से नक्सलियों को पैसा दिया जाता है.
  • नक्सलियों को सरकारी नौकरी (रैंक के हिसाब से)
  • जिन नक्सलियों को नौकरी नहीं दी जाती, उन्हें लाइवलीहुड कॉलेज में ट्रेनिंग कराई जाती है, ताकि वे आगे कुछ काम कर सकें.
  • सरकारी आवास में रहने की व्यवस्था.
  • इलाज की व्यवस्था.

नक्सलियों ने किरंदुल थाने में सरेंडर किया

दंतेवाड़ा में पिछले साल 63 इनामी सहित 240 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस-प्रशासन समर्पित नक्सलियों को शासन की योजनाओं से जोड़कर मनचाहा रोजगार देगा. नक्सलियों ने किरंदुल थाने में सरेंडर किया है.

दंतेवाड़ा: मानवाधिकार दिवस पर 3 इनामी समेत 10 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

भीमा मंडावी हत्याकांड में शामिल नक्सलियों ने किया था सरेंडर

दंतेवाड़ा में 29 दिसंबर को विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल चार नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाई जा रही लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने एसपी अभिषेक पल्लव के सामने आत्मसमर्पण किया था.

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लोन वर्राटू अभियान कारगर साबित हो रहा है. बचेली थाना क्षेत्र में लोन वर्राटू अभियान के तहत 2 लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सली का नाम मनकू ताती है.

नक्सलियों ने खोखली विचारधाराओं से तंग आकर किया सरेंडर

सरेंडर नक्सली मनकू ताती प्लाटून कमांडर 2 का सदस्य है और कई बड़ी वारदातों में शामिल रह चुका है. मनकू ने बताया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और मुख्यधारा में जुड़ने के लिए उसने आत्मसमर्पण किया है.

SPECIAL: बस्तर पुलिस का ये अभियान जीत रहा है नक्सलियों का 'दिल', मिल रही वरिष्ठों की शाबाशी

इन घटनाओं को दिया था आंजाम

  • साल 2019 में एनएमडीसी की पहाड़ियों पर एंबुश लगाने की वारदात को उसने अंजाम दिया था. बारूद वाहन को लूटने के इरादे से लगाया था एंबुश.
  • साल 2020 में सुकमा जिले के मिनपा क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर फायरिंग और विस्फोट करने की वारदात में था शामिल. इस घटना में 19 जवान शहीद हुए थे. 3 नक्सली भी मारे गए थे.

'लोन वर्राटू' अभियान से मिल रही सफलता

बस्तर में स्थानीय कैडर के नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. इसके तहत दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है, जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौटें. इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली पुलिस से संपर्क कर समाज की मुख्य धारा में वापस लौट रहे हैं.

नक्सल पुनर्वास एवं सरेंडर नीति के क्रियान्वयन पर उठे सवाल

सरकारी पुनर्वास नीति के मुख्य बिंदु-

  • सरेंडर नक्सलियों को तत्काल 10 हजार की सहायता राशि
  • रैंक के हिसाब से नक्सलियों को पैसा दिया जाता है.
  • नक्सलियों को सरकारी नौकरी (रैंक के हिसाब से)
  • जिन नक्सलियों को नौकरी नहीं दी जाती, उन्हें लाइवलीहुड कॉलेज में ट्रेनिंग कराई जाती है, ताकि वे आगे कुछ काम कर सकें.
  • सरकारी आवास में रहने की व्यवस्था.
  • इलाज की व्यवस्था.

नक्सलियों ने किरंदुल थाने में सरेंडर किया

दंतेवाड़ा में पिछले साल 63 इनामी सहित 240 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस-प्रशासन समर्पित नक्सलियों को शासन की योजनाओं से जोड़कर मनचाहा रोजगार देगा. नक्सलियों ने किरंदुल थाने में सरेंडर किया है.

दंतेवाड़ा: मानवाधिकार दिवस पर 3 इनामी समेत 10 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

भीमा मंडावी हत्याकांड में शामिल नक्सलियों ने किया था सरेंडर

दंतेवाड़ा में 29 दिसंबर को विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल चार नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाई जा रही लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने एसपी अभिषेक पल्लव के सामने आत्मसमर्पण किया था.

Last Updated : Mar 17, 2021, 11:24 AM IST
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