दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान का असर दिख रहा है. इस अभियान से लाल आतंक को झटका लग रहा है. लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 2 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सीआरपीएफ 195वीं बटालियन के सामने नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.
दोनों नक्सली इन्द्रावती एरिया कमेटी के सदस्य: दोनों नक्सली इंद्रावती एरिया कमेटी के सदस्य बताए जा रहे हैं. यह बारसूर क्षेत्र में पुलिस की रेकी करने, बैनर पोस्टर लगाने, रोड खोदने जैसी घटनाओं में शामिल रहे हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक दंतेवाड़ा में कुल 128 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इस अभियान के तहत इनामी और गैर इनामी नक्सलियों की संख्या 537 बताई जा रही है.
क्या है लोन वर्राटू अभियान ?: लोन वर्राटू गोंडी शब्द है जिसका अर्थ 'घर वापस आइए' होता है. इस अभियान से ग्रामीणों को जोड़ने के लिए पुलिस ने सरेंडर कर चुके नक्सलियों के नाम बैनर में लगाए हैं. ताकि ग्रामीण अपने उन लोगों को यह बात बता सके जो लाल आतंक से जुड़े हुए हैं. ग्रामीण भी अपने गांव के नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील कर रहे हैं. यही वजह है कि लोन वर्राटू अभियान के तहत आदिवासी लगातार नक्सल संगठन छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.
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जून 2020 में लोन वर्राटू अभियान की हुई थी शुरुआत: दंतेवाड़ा पुलिस ने जून 2020 को लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आइए अभियान) की शुरुआत की थी. पुलिस ने ग्राम पंचायतवार नक्सलियों की सूची जारी कर गांवों में चस्पा कराया था. इस अभियान के तहत 128 इनामी नक्सलियों सहित कुल 535 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कई कमांडर स्तर के भी नक्सली शामिल हैं. इस अभियान की तारीफ सीएम भूपेश बघेल भी कर चुके हैं.