दंतेवाड़ा: जिले के सरकारी हॉस्टल में रहने वाली छात्रा के प्रसव का मामला सामने आया है. हॉस्टल वार्डन को छात्रा की डिलीवरी करवाने और प्रशासन से घटना छिपाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. छात्रा की डिलीवरी हॉस्टल में करवाई गई. छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है वह जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है.
दरअसल, दंतेवाड़ा के आदिवासी इलाके पातररास के आदिवासी छात्रावास में रहकर युवती पढ़ाई कर रही थी. युवती का गांव के ही एक युवक से प्रेम संबंध था. छात्रा 9 महीने से गर्भवती थी. अचानक देर रात छात्रा को प्रसव पीड़ा हुई और हॉस्टल की वार्डन ने हॉस्टल में ही उसका प्रसव करा दिया.
छात्रा ने मृत बच्चे को जन्म दिया और काफी ब्लीडिंग होने की वजह से उसकी की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद छात्रा को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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वार्डन को किया गया सस्पेंड
मामले में वार्डन पर लापरवाही और नियम तोड़ने के आरोप लगे हैं. पहले तो वार्डन ने नियम के खिलाफ गर्भवती छात्रा को हॉस्टल में रखा और उसके बाद बिना डॉक्टर की देखरेख में उसका प्रसव भी करा दिया. इस लापरवाही की वजह से वार्डन पर गाज गिरी है.
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गांव के ही युवक से था प्रेम संबंध
तहसीलदार ने कहा कि वार्डन को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही तहसीलदार ने कहा है कि' छात्रा का गांव के ही युवक से प्रेम संबंध था. जिसकी वजह से छात्रा गर्भवती हुई है. अभी इस मामले में जांच जारी है'.