दंंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में कोरोना की तीसरी लहर (Third wave Corona team) को देखते हुए जिले में हर व्यक्ति तक कोरोना वैक्सीन की खुराक स्वास्थ्य विभाग पहुंचा रही है. अंदरूनी इलाकों में नदी नाले पार करते हुए स्वास्थ विभाग की टीम हर घर तक पहुंच (Health Department delivering vaccine to every house )रही है. जिले में 100 फीसद वैक्सीनेशन को देखते हुए टीकाकरण अभियान को और तेज किया गया है. अंदरूनी क्षेत्रों में डोर टू डोर कोविड-19 कैंपेन चलाया जा रहा है. जिसके लिए स्वास्थ विभाग की टीम लगातार अंदरुनी इलाकों में पहुंचकर टीकाकरण कर रही है (Health Department delivering vaccine to every house in Dantewada). ओमीक्रॉन के बढ़ते मामले (Omicron growing cases) को देखते हुए लगातार देश के हर राज्य में सतर्कता बरती जा रही है.
संवेदनशील इलाकों में पहुंच रहे स्वास्थ्य विभाग
इस विषय में ईटीवी से खास बातचीत के दौरान कोविड टीकाकरण अधिकारी राजेश धुरू ने बताया कि जिला स्वास्थ विभाग ने जिले के चारों ब्लॉकों में शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण के लिए जिले के अंदरूनी क्षेत्र जहां पर पहुंच पाना बहुत ही मुश्किल है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बीड़ा उठाया है और उन क्षेत्रों में पहुंच रही है, जो क्षेत्र संवेदनशील पहुंचविहीन है. इस काम में जिला प्रशासन हमारी पूरी मदद कर रहा है.राजेश धुव ने बताया कि अभी भी कई गांव ऐसे हैं जहां पर कोविड टिकाकरण नहीं हो पाया है, जिसके लिए हमारी टीम कल ग्राम मुलेर पहुंची. जो सुकमा दंतेवाड़ा जिले सीमा पर स्थित है.
पैदल यात्रा कर स्वास्थ्य विभाग की टीम दे रहे सुविधा
स्वास्थ विभाग की टीम लगभग 30 किलोमीटर की पैदल एवं मोटरसाइकिल की यात्रा कर गांव तक पहुंची. गांव के लोग स्वास्थ विभाग के दल को अपने बीच पाकर काफी खुश हुए और पेड़ के नीचे विभाग ने अपनी शिविर लगाया दैनिक दिनचर्या में लगे ग्रामीण लगातार शिविर में पहुंचने लगे. टीम स्थानीय भाषाओं में ग्रामीणों से संवाद कर कोविड के बारे में लोगों को जानकारी दिए. लगभग 304 लोगों का सफल कोविड टीकाकरण किया गया. विभाग की योजनाओं से लोगों को अवगत कराया गया, ताकि उनका लाभ जिले के अंतिम व्यक्ति तक मिल सके. मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत लोगों की जांच की गई. सामान्य बीमारी एक जटिल बीमारियों का परीक्षण किया गया. लोगों को निशुल्क दवाइयों का वितरण तथा बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया. शिविर में लगभग 173 ग्रामीणों को दवा का वितरण करने के साथ 310 ग्रामीणों की मलेरिया जांच भी करायी गई.