दंतेवाड़ा: जिला जेल में दंतेवाड़ा में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जेल के बंदियों का मानसिक तनाव और अन्य बीमारियों से संबंधित नि:शुल्क उपचार किया गया.
राष्ट्रीय मानसिक कार्यक्रम के तहत जिला अस्पताल दंतेवाड़ा की टीम जिला जेल पहुंची. जहां मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. देश दीपक और साइकोलॉजिस्ट किशोर, कविता, पार्वती नायक ने 61 कैदियों को परामर्श दिया. उन्होंने बंदियों को बताया कि कैसे मानसिक तनाव और अन्य परेशानियों से दूर रहा जा सकता है.
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मानसिक तनाव से दूर रहने की सलाह
12 बंदियों को अनिद्रा, 25 बंदियों को कम सुनने, 1 बंदी को साइकोसिस के बारे में परामर्श दिया गया. कार्यक्रम नोडल अधिकारी अंकित ने सभी बंदियों को मानसिक तनाव से दूर रहने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर ऐसे शिविर का आयोजन करता है. जेल में भी समय-समय पर मेडिकल टीम जाकर इन बंदियों की नि:शुल्क जांच करती है.
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अनिद्रा, घबराहट के मिले लक्षण
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है. 61 बंदियों की जांच की गई और काउंसलिंग की गई. जिसे उपचार की आवश्यकता थी उसे हॉस्पिटल आने की सलाह दी गई. डॉक्टरों की जांच में ज्यादातर बंदी अनिद्रा, घबराहट समेत दूसरी बीमारी से पीड़ित मिले.
अधिकतर बंदियों में अनिद्रा, घबराहट समेत दूसरे रोगी मिले. कार्यक्रम का उद्देश्य था कि मानसिक रोगियों का समय पर उपचार हो सके. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही फ्रंटलाइन जेल के अधिकारी-कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन का टीका भी लगाया गया.