दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा के बीहड़ जंगल में डीआरजी दंतेश्वरी फाइटर्स की जांबाज महिला कमांडो सुनैना पटेल के जज्बे को आज पूरा देश सलाम कर रहा है. गर्भवती अवस्था में जब महिलाओं को आराम करने की सलाह दी जाती है ऐसे समय में सुनैना पटेल जंगल में नक्सलियों से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. वह बेखौफ होकर टीम के साथ जंगलों में ऑपरेशन और सर्चिंग अभियान में शामिल हो रही हैं.
सुनैना पटेल भारी भरकम बोझ को अपने कंधे पर उठाए अपनी टीम के साथ जंगल की खाक छानती हैं. वह नदी, नालों, जंगल और पहाड़ को पार कर नक्सल ऑपरेशन में पूरे जोश और खरोश के साथ शामिल होती है. आपको बता दें कि मई 2019 में महिला पुलिसकर्मी और सरेंडर नक्सलियों को मिलाकर महिला डीआरजी टीम का गठन किया गया था. इस टीम में महिला पुलिसकर्मी सुनैना भी सदस्य के तौर पर शामिल हैं. दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ का इकलौता ज़िला है जहां महिला डीआरजी की टीम भी है, जो नक्सल ऑपरेशन के लिए जंगलों में जाती है. इस टीम में शामिल होने के करीब महीने भर बाद सुनैना गर्भवती हो गई थीं. इसके बाद सुनैना ने अपने गर्भवती होने की जानकारी 6 महीने से ज्यादा तक अधिकारियों को नहीं बताई. लेकिन जब अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने सुनैना को ऑपरेशन पर भेजना बंद कर दिया.
देश प्रेम के जज्बे से लबरेज हैं सुनैना
पिछले दिनों पोटाली कैम्प के विरोध में ग्रामीणों के प्रदर्शन के दौरान भी सुनैना पटेल मोर्चे पर तैनात थी. वह लगातार AK 47 हाथ में लिए, सामान से भरा करीब 25 किलो का बैग अपने कंधे पर लेकर जंगलों में सर्चिंग के लिए निकलती है. अधिकारी भी सुनैना के अंदर इस जुनून को देखकर उसकी तारीफ करते हैं. दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मीडिया को बताया कि सुनैना को पहले एक बार गर्भपात हुआ था, जब वह गश्त कर रही थीं. वह अभी भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी कर रही हैं. उन्होंने कई महिलाओं को प्रेरित किया है.