दंतेवाड़ा: उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी देवती कर्मा दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर अपनी प्रतिदंद्वी ओजस्वी मंडावी के शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंची. ओजस्वी मण्डावी की देवरानी लक्ष्मी मंडावी के निधन के बाद देवती गदापाल पहुंची, जहां देवती कर्मा दिवंगत भीमा मंडावी के माता-पिता से मिली. इस मौके पर देवती के आंखों से भी आंसू झलक पड़े.
देवती परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि 'अपनों को खोने का दर्द क्या होता है, ये वही समझ सकता है, जिसने अपने अजीज को खोया हो. आप लोगों ने अपना बेटा खोया, उसका दर्द मैं समझ सकती हूं, क्योंकि मैंने भी अपना पति खोया है. आज आप दोनों से मिलकर मेरा जख्म फिर से हरा हो गया'.
देवती कर्मा के साथ गदापाल पहुंचे बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि देवती कर्मा के व्यवहार को देखकर स्व. महेन्द्र कर्मा की याद आ गई. उन्होंने भी हमेशा पार्टीगत राजनीति से उठकर काम किया. विक्रम ने आगे कहा कि देवती कर्मा का ह्रदय बहुत बड़ा है, उनसें किसी का दर्द देखा नहीं जाता वह पूरी जनता को अपना परिवार समझती हैं.
बता दें कि भीमा मंडावी की मां देवती कर्मा की रिश्ते में बुआ लगती हैं.