दंतेवाड़ा: पुलिस प्रशासन की पहल पर पहली बार 14 फरवरी वैलेंटाइन डे के दिन 15 आत्मसमर्पित नक्सली जोड़े विवाह के बंधन में बंधेंगे. सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नक्सलियों का विवाह होगा. इस शादी की खास बात ये है कि पुलिस परिवार इस शादी में बाराती बनेंगे.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत हो रही शादी
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत अनूठी शादी होगी. इसमें महिला व बाल विकास विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है. पूरे बस्तर संभाग में पहली बार ऐसी शादी देखने को मिल रही है. पुलिस लाइन कारली में सामूहिक विवाह का यह अनूठा आयोजन किया जा रहा है.
लोन वर्राटू अभियान के तहत 15 जोड़ों ने किया था आत्मसमर्पण
लोन वर्राटू अभियान के तहत इन सभी 15 जोड़ों ने समर्पण किया था. इससे पहले भी नक्सल पंथ छोड़कर मुख्य धारा में शामिल हुए नक्सलियों की बस्तर संभाग के कई जिलों में शादी कराई जा चुकी है. लेकिन सामूहिक विवाह का आयोजन पहली बार हो रहा है. सामूहिक विवाह में पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और जवान शामिल होंगे. सामूहिक विवाह समारोह में आदिवासी संस्कृति व पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ सारी रस्में होंगी.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 16 जोड़ों ने रचाई शादी
प्रत्येक जोड़े को 35 हजार का उपहार
प्रत्येक दंपति को 35 हजार रुपये तक के उपहार महिला व बाल विकास विभाग की तरफ से मिलेंगे. जिनमें 25 हजार रुपये के दैनिक उपयोगी सामान जिसमें आलमारी, पलंग, बर्तन, ड्रेसिंग टेबल के अलावा 10 हजार रुपये कैश भी दिया जाएगा.
पुलिस बनेगी बाराती
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में पारंपरिक रीति रिवाज से शादियां होंगी.आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए बने शांति कुंज आवासीय परिसर से बारात निकलकर हेलीपैड तक जाएगी. आत्मसमर्पित नक्सलियों के विवाह में पूरा पुलिस परिवार पहुंचेगा और वर वधु को आशीर्वाद देगा.