दंतेवाड़ा : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बस्तर दौरे पर हैं.जहां टिकैत ने मंगलवार को मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना की.इस दौरान किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजय पंत समेत बस्तर के किसानों ने राकेश टिकैत का भव्य स्वागत किया. दंतेश्वरी माता के दर्शन और पूजा करने के बाद क्षेत्र के राकेश टिकैत ने मां मालती देवी सेवा आश्रम गए.जहां उन्होंने अंचल के किसानों की समस्याओं को सुना.
राकेश टिकैत ने किसानों में भरा जोश : राकेश टिकैत ने अपनी मुलाकात के दौरान किसानों से कहा कि हमने 2020 में भारत सरकार के कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए लाए गए 3 काले कानून को 13 महीने के लंबे आंदोलन के बाद वापस करवाया था. छत्तीसगढ़ में खासकर बस्तर अंचल में किसानों के साथ भी यहां की सरकार किसान हितैषी होने का ढोंग कर रही है. किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहा. केवल किसानों के नाम पर सियासत हो रही है. समस्याओं पर कोई बोलने को तैयार नहीं है. यहां के किसानों की समस्या को नजदीक से जानने के लिए ही ये दौरान हो रहा है.
''आदिवासी वनवासी किसानों की जमीनों पर उद्योगपतियों की नजर है. जबकि यहां की जल, जंगल और जमीन पर पहला अधिकार किसान भाईयों का है. लड़ाई लड़नी होगी. बस्तर में वन और खनिज संपदा होने के बाद भी किसान और गरीब उपेक्षित हैं.'' - राकेश टिकैत,राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय किसान यूनियन
प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने की कही बात : राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदेश में सीमेंट की फैक्ट्रियां हैं.बावजूद इसके सीमेंट महंगा मिल रहा. राकेश टिकैत ने किसान भाईयों से अपने-अपने क्षेत्रों में समितियां गठित करके समस्याओं को उठाने के लिए कहा है.साथ ही साथ ये भी कहा कि यदि सरकार किसानों की आवाज को नहीं सुनेगी तो आगे चलकर बड़ा आंदोलन करेंगे.जिसमें हमारी जीत होगी और आदिवासियों को संवैधानिक अधिकार मिलेगा.