दंतेवाड़ा: जिला अस्पताल में मरीज का नशे में धुत होकर इलाज करने वाले डॉक्टर जे पात्रे के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है. दंतेवाड़ा कलेक्टर ने केस की जांच होने तक डॉ. पात्रे को निलंबित कर दिया है.
बता दें, शरीर में दर्द की शिकायत पर कटेकल्यान से अजमन ठाकुर को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल रेफर किया गया था. यहां बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर परिजन पहुंचे थे, लेकिन जिला अस्पताल में आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नशे में धुत था. इलाज के दौरान बरती गई लापरवाही से मरीज की मौत हो गई. परिजनों ने मरीज की मौत के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार बताया था. शिकायत मिलने के बाद दंतेवाड़ा कलेक्टर ने जांच के लिए जिम्मेदार मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए डॉक्टर पात्रे को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.
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कटेकल्यान से अजमन ठाकुर को शरीर में दर्द होने की वजह से दंतेवाड़ा जिला अस्पताल रेफर किया गया था. जहां जिला अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जे पात्रे नशे में धुत थे.
सही इलाज नहीं मिलने से गई मरीज की जान
इस बात से अनजान परिजन जब मरीज की परेशानी को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो नशे में धुत डॉक्टर पात्रे जाकर इलाज करने लगे. परिजन ने स्थिति बताई तो डॉक्टर ने 'मैं कुछ भी कर सकता हूं, मैं मुर्दा आदमी को भी जिंदा कर सकता हूं' जैसी बात कहते हुए मरीज में जान फूंकने की कोशिश करने लगे. आखिरकार सही इलाज के अभाव में मरीज की मौत हो गई. डॉक्टर की हालत को देखते हुए मरीज के परिजनों ने घटना का वीडियो भी बना लिया था. जिसके बाद अब आरोपी डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है.