दंतेवाड़ा: आत्मसमर्पित नक्सली पांडे कवासी आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है. गुरुवार सुबह सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी ने कलेक्टर से मिलकर 20 लाख रुपये मुआवजे की मांग की. साथ ही नक्सली की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी. जिसके बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने सर्व आदिवासी समाज को आश्वासन दिया कि मुआवजे की राशि शासन के नियम के तहत जल्द दिलाई जाएगी और जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आती है उसकी कॉपी सर्व आदिवासी समाज को दी जाएगी.
कलेक्टर दीपक सोनी के आश्वासन के बाद परिजन 24 घंटे बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर गए. दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि 2 दिन पहले पांडे कवासी ने कारली बेस में चुन्नी से लटककर आत्महत्या की थी. जिसके बाद आदिवासी समाज ने इसे हत्या करार दिया है.
सरेंडर महिला नक्सली के आत्महत्या को लेकर उठे सवाल
शव लेकर गए परिजन
आदिवासी समाज दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहा है. सर्व आदिवासी समाज की संतुष्टि के लिए प्रशासन ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया है. नियम के मुताबिक परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा. साथ ही पोस्टमार्टम की कॉपी भी उपलब्ध कराई गई. इन सब के बाद परिजन संतुष्ट होकर शव को अंतिम संस्कार के लिए घर ले गए.
19 फरवरी को किया था सरेंडर
महिला नक्सली पांडे कवासी ने 19 फरवरी को अन्य इनामी नक्सली साथियों के साथ लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर सरेंडर किया था. आत्मसमर्पण करने के बाद से पांडे कवासी डीआरजी कार्यालय के महिला विश्राम कक्ष में अन्य महिला नक्सली जोगी कवासी के साथ रह रही थी. इस दौरान दो महिला पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए तैनात थीं.