दंतेवाड़ा: DMF में सामान की खरीद-फरोख्त में 5 महीने पहले 7 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था. जांच के बाद खनिज विभाग के जिला अधिकारी ने मामले में FIR दर्ज कराई है, जिसमें तात्कालिक CHMO एचएल ठाकुर, DPM सर्वजीत मुखर्जी और लेखापाल को आरोपी बताया है.
मामले में जिला चिकित्सालय अधिकारी का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया था. लेकिन DPM सर्वजीत मुखर्जी और लेखापाल को कार्यालय से हटाने तक का प्रयास नहीं किया गया. वर्तमान CHMO एसपीएस शांडिल्य का मानना है कि, ये लोग कार्यालय में दस्तावेजों से छेड़खानी कर सकते हैं. इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है. मामला कोर्ट में लंबित है.
7 करोड़ के उपकरणों की हुई थी खरीदी
SP अभिषेक पल्लव का कहना है कि, 'घोटाले के मामले में आरोपी अग्रिम जमानत पर बाहर हैं. अब न्यायलय के आदेश के बाद ही कार्रवाई होगी. कलेक्टर सौरभ कुमार के आदेश पर 7 करोड़ के उपकरणों की खरीदारी की गई थी. जिसमें बताया जा रहा है कि, सिर्फ 4 करोड़ 10 लाख रुपए का सामान मिला था.
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ब्रेस्ट कैंसर की मशीन का पता नहीं
जिन मशीनों में घोटाला हुआ, उनमें महिलाओं से जुड़ी बीमारी के इलाज में शामिल एक अहम मशीन भी थी. यह मशीन ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए ली जानी थी. इस पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने कहा कि, 'ऐसी कोई मशीन उपलब्ध नहीं है. मशीन के स्थापित होने से महिलाओं के इलाज में सहूलियत होती. अब ये मशीन कब स्थापित होगी यह सवाल बना है'.