दंतेवाड़ा: 'लोन वर्राटू' अभियान से प्रभावित होकर 11 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. शहीदी दिवस के पहले दिन मुख्यधारा में जुड़ने के लिए एक इनामी नक्सली सहित कुल 11 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.
दंतेवाड़ा में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत मंलागिर एरिया कमेटी में कार्यरत 11 सक्रिय नक्सलियों ने नक्सलवाद की खोखली विचारधारा से तंग आकर सरेंडर किया है. सभी ने अच्छा जीवन जीने की इच्छा जताई है. जिसके तहत 11 नक्सलियों ने किरंदुल थाने पहुंचकर एसपी अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
दंतेवाड़ा: 5 नक्सलियों ने 'लाल आतंक' से तोड़ा नाता, SP के सामने किया सरेंडर
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि हमारे द्वारा लगातार नक्सलियों से अपील की जा रही है कि वह छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीति और लोन वर्राटू अभियान का फायदा उठाएं. सरेंडर कर कर नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ सकते हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक एक साल में कुल 397 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. जिसमें से 103 नक्सली इनामी नक्सली है. छत्तीसगढ़ सरकार पॉलिसी के तहत आत्म समर्पित नक्सलियों के खाते में 10 हजार की प्रोत्साहन राशि डाली गई है.
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिले में छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 वर्ष पूर्व लोन वर्राटू अभियान की शुरूआत की थी. जिसमें हमने साल भर में अच्छी सफलता प्राप्त की है. छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि 10 हजार रुपये दिया जाता है. इसके साथ आवास, आधार कार्ड, राशन कार्ड, पेन कार्ड बनाकर खाता खुलवाया जाता है.