राजनांदगांव को हॉकी की नर्सरी कहा जाता है. यहां हॉकी के खिलाड़ियों की बड़ी तादाद है और यहां से दो ओलंपिक खिलाड़ी भी निकल चुके हैं. इस लिहाज से राज्य के बजट से हॉकी एकेडमी की स्थापना की मांग की गई है. हॉकी खिलाड़ी मिथिलेश कुमार का कहना है कि राज्य के बजट में हॉकी एकेडमी की स्थापना सबसे पहले की जानी चाहिए क्योंकि यहां से ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी निकल कर आ रहे हैं.
वहीं बास्केटबॉल खिलाड़ी कल्पना पटेल का कहना है कि जिले में करीब 7 लोगों से ज्यादा खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल गेम्स में अपनी भागीदारी निभा चुके हैं. वर्तमान में स्कूल वर्ल्ड नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन होना है इसके लिए इनडोर ग्राउंड की जरूरत है. कल्पना ने कहा कि जिले में करीब 10 इनडोर ग्राउंड की स्थापना की जानी चाहिए.
बास्केटबॉल खिलाड़ी नूपुर का कहना है कि नेशनल और इंटरनेशनल गेमों में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद भी खिलाड़ियों को खेल और पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़ रहा है. नूपुर ने राजनांदगांव में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाने की बात कही है.