सरगुजा: प्रयास आवासीय विद्द्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने एक बार फिर सरगुजा को गौरवान्वित किया है, इन बच्चों ने साबित किया है की प्रतिभा सिर्फ बड़े शहरों या प्राइवेट स्कूलों से ही नहीं निकलती बल्कि सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल के आदिवासियों के बच्चे भी प्रतिभाशाली होते हैं.
54 छात्र-छात्राओं ने दी थी परीक्षा
अंबिकापुर के प्रयास स्कूल में अध्ययनरत संभाग के बच्चों ने JEE मेंस की परीक्षा क्वालीफाई की है. सरगुजा संभाग से प्रयास में पढ़ने वाले 54 बच्चों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था, जिसमें से 26 बच्चों का चयन हुआ है. जिन बच्चों का चयन हुआ है, उसमें 23 लड़के और 3 लड़कियां शामिल हैं.
इस योजना के तहत हो रहा संचालन
बता दें कि मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत इस स्कूल का संचालन आदिवासी विभाग द्वारा किया जाता है और यह प्रदेश के 5 संभाग में संचालित है. इन स्कूलों में प्रदेश के 14 नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों को विशेष शिक्षा दी जाती है. बड़ी बात यह है की सरगुजा का प्रयास विद्द्यालय प्रदेश में दूसरे स्थान पर है.
सरकार की योजना ने दिया सहारा
स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं का मानना है कि सरकार द्वारा संचालित इस निशुल्क योजना की वजह से ही वे शिक्षा के क्षेत्र में ऊंचे आयाम तय कर पा रही हैं, वरना गांव के स्कूल से पढ़कर वो कुछ नहीं कर पाती और प्राइवेट कोचिंग के लिए इनके परिजन के पास इतने पैसे भी नहीं होते कि वहां इन्हें पढ़ाया जा सके.
किए जा रही सराहनीय काम
बहरहाल अम्बिकापुर के प्रयास विद्द्यालय की ओर से सराहनीय काम किए जा रहे हैं. लेकिन बता दें कि यह विद्द्यालय आज भी कन्या क्रीड़ा परिसर के भवन में संचालित है और इसका खुद का भवन अभी नहीं बन सका है.