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International Women’s Day 2021: रेल परिचालन में महिला कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका - Special facility for women railway passengers

भारतीय रेल के सुरक्षित और संरक्षित परिचालन में भी महिला रेलवे कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. भारतीय रेलवे में महिलाएं अलग-अलग विभागों में महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दे रही हैं, चाहे वह ड्राइवर के रुप में रेल चालन हो, गार्ड, इंजीनियर, टीटीई, ट्रेक मेंटेनर, आरपीएफ या स्टेशन मास्टर सभी कार्यों को महिलाएं भलीभांति अंजाम दे रही हैं

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रेल परिचालन में महिला कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका
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Published : Mar 7, 2021, 6:19 PM IST

बिलासपुर: नारी की समानता ही देश और समाज की प्रगति का आधार है. यह बिलकुल एक हकीकत है. बिना नारी की प्रगति के समाज की प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती. हमारे समाज में कहा भी जाता है कि अगर एक पुरुष शिक्षित होता है तो सिर्फ एक ही व्यक्ति शिक्षित होता है, लेकिन अगर एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है. समानता की पथ की ओर अग्रसर इस अटूट कड़ी को मजबूती प्रदान करने हेतु भारतीय रेलवे समस्त महिला कर्मियों और महिला रेल यात्रियों के प्रति प्रतिबद्व है.

रेल परिचालन में महिला रेल कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका

भारतीय रेल के सुरक्षित और संरक्षित परिचालन में भी महिला रेलवे कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. भारतीय रेलवे में महिलाएं अलग-अलग विभागों में महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दे रही हैं, चाहे वह ड्राइवर के रुप में रेल चालन हो, गार्ड, इंजीनियर, टीटीई, ट्रेक मेंटेनर, आरपीएफ या स्टेशन मास्टर सभी कार्यों को महिलाएं भलीभांति अंजाम दे रही हैं.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कार्यरत हैं 3257 महिला कर्मचारी

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी वर्तमान में 3257 महिलाएं कार्यरत है, जिसमें राजपत्रित पदों पर 37 और अराजपत्रित पदों पर 3220 शमिल हैं. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वर्तमान में 40 महिला ड्राइवर, 10 गार्ड, 13 स्टेशन मास्टर, 404 ट्रैक मेंटेनर और 103 आरपीएफ समेत अन्य विभागों में भी महिलाएं अलग-अलग सेवाएं दे रही हैं.

महिला रेल कर्मियों का विशेष ख्याल

महिला कर्मचारियों की सुविधा का भी रेल प्रशासन बराबर ध्यान रखती है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर हेल्थ चेकअप कैम्प आयोजित किये जाते हैं . महिलाओं की सुविधा के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कई स्थानों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन स्थापित किये गये हैं. महिला कर्मियों के लिए महिला कर्मचारियों की समस्याओं और शिकायतों के निवारण के लिए महिलाओं की समिति भी गठित की गई है.

महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए 'मेरी सहेली' नामक अभियान

ट्रेन से यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल की ओर से 'मेरी सहेली' नामक अभियान शुरू किया गया है. जिसमें रेलवे सुरक्षा बल ट्रेनों में अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सफर के दौरान महिला आरपीएफ कर्मी व्यक्तिगत रूप से महिला यात्रियों से मिलकर सुरक्षा संबंधी और अन्य किसी भी तरह की समस्याओं को सुना जा रहा है. उन्हें जागरूक किया जा रहा है. रास्ते में आने वाली सुरक्षा संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आरपीएफ हेल्पलाइन नंबर-182 और मण्डल सुरक्षा कंट्रोल का नंबर भी उपलब्ध कराया गया है.

खेल के क्षेत्र में महिला रेलकर्मियों ने हासिल किए मेडल

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महिला खिलाड़ियों की ओर से अनेक खेलों में काफी अच्छा प्रदर्शन कर इस रेलवे का गौरव बढ़ाया गया है. अभी हाल ही में भिलाई में आयोजित स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशीप में रेलवे की महिला पावर लिफ्टर संतोषी मांझी ने स्वर्ण पदक जीतकर पूरे छत्तीसगढ़ में स्ट्रांग वूमन 2021 का खिताब हासिल किया. महिला पावर लिफ्टर जे रामालक्ष्मी ने सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैम्पिनशीप में गोल्ड मेडल जीतकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का नाम रौशन किया है.

महिला रेल यात्रियों को दी जाती हैं अनेक सुविधाएं

  • भारतीय रेलवे महिला रेल यात्रियों को अनेको सुविधाएं दी जाती हैं.
  • 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को आरक्षित श्रेणियों की यात्रा टिकटों में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है.
  • लबी दूरी की मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में 6 स्लीपर क्लास की बर्थ अकेले यात्रा कर रही महिलाओं या महिलाओं के समूह के लिए रखी जाती है
  • सभी ट्रेनों के प्रत्येक स्लीपर कोचों में 6 बर्थ और AC-1,2 और 3 की लोवर बर्थ 45 वर्ष से अधिक की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित
  • दुरंतो और राजधानी के वातानूकुलित-3 श्रेणी के कोचो में भी 4 लोवर बर्थ सुरक्षित रखी जाती है


महत्वपूर्ण स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रतीक्षालय. स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रसाधन. महिला जिनके साथ नवजात शिुशु हैं, उनके लिए बेबी फीडिंग कार्नर की सुविधा दी गई है. ट्रेनों में महिलाओं के लिए अनारक्षित श्रेणी के कोच में महिलाओं के सीटें आरक्षित. महिला स्पेशल गाड़ियां भी चलाई जाती हैं महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों से बचे बर्थो को महिला यात्रियों को ही अलॉट की जाती है. महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने टोल फ्री महिला हेल्पलाइन नंबर 18002332534 भी जारी की गई है. महिला कर्मचारियों, महिला रेल यात्रियों की सुविधा और समानता के लिए भारतीय रेलवे के साथ-साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे हमेशा प्रयासरत है.

बिलासपुर: नारी की समानता ही देश और समाज की प्रगति का आधार है. यह बिलकुल एक हकीकत है. बिना नारी की प्रगति के समाज की प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती. हमारे समाज में कहा भी जाता है कि अगर एक पुरुष शिक्षित होता है तो सिर्फ एक ही व्यक्ति शिक्षित होता है, लेकिन अगर एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है. समानता की पथ की ओर अग्रसर इस अटूट कड़ी को मजबूती प्रदान करने हेतु भारतीय रेलवे समस्त महिला कर्मियों और महिला रेल यात्रियों के प्रति प्रतिबद्व है.

रेल परिचालन में महिला रेल कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका

भारतीय रेल के सुरक्षित और संरक्षित परिचालन में भी महिला रेलवे कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. भारतीय रेलवे में महिलाएं अलग-अलग विभागों में महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दे रही हैं, चाहे वह ड्राइवर के रुप में रेल चालन हो, गार्ड, इंजीनियर, टीटीई, ट्रेक मेंटेनर, आरपीएफ या स्टेशन मास्टर सभी कार्यों को महिलाएं भलीभांति अंजाम दे रही हैं.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कार्यरत हैं 3257 महिला कर्मचारी

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी वर्तमान में 3257 महिलाएं कार्यरत है, जिसमें राजपत्रित पदों पर 37 और अराजपत्रित पदों पर 3220 शमिल हैं. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वर्तमान में 40 महिला ड्राइवर, 10 गार्ड, 13 स्टेशन मास्टर, 404 ट्रैक मेंटेनर और 103 आरपीएफ समेत अन्य विभागों में भी महिलाएं अलग-अलग सेवाएं दे रही हैं.

महिला रेल कर्मियों का विशेष ख्याल

महिला कर्मचारियों की सुविधा का भी रेल प्रशासन बराबर ध्यान रखती है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर हेल्थ चेकअप कैम्प आयोजित किये जाते हैं . महिलाओं की सुविधा के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कई स्थानों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन स्थापित किये गये हैं. महिला कर्मियों के लिए महिला कर्मचारियों की समस्याओं और शिकायतों के निवारण के लिए महिलाओं की समिति भी गठित की गई है.

महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए 'मेरी सहेली' नामक अभियान

ट्रेन से यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल की ओर से 'मेरी सहेली' नामक अभियान शुरू किया गया है. जिसमें रेलवे सुरक्षा बल ट्रेनों में अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सफर के दौरान महिला आरपीएफ कर्मी व्यक्तिगत रूप से महिला यात्रियों से मिलकर सुरक्षा संबंधी और अन्य किसी भी तरह की समस्याओं को सुना जा रहा है. उन्हें जागरूक किया जा रहा है. रास्ते में आने वाली सुरक्षा संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आरपीएफ हेल्पलाइन नंबर-182 और मण्डल सुरक्षा कंट्रोल का नंबर भी उपलब्ध कराया गया है.

खेल के क्षेत्र में महिला रेलकर्मियों ने हासिल किए मेडल

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महिला खिलाड़ियों की ओर से अनेक खेलों में काफी अच्छा प्रदर्शन कर इस रेलवे का गौरव बढ़ाया गया है. अभी हाल ही में भिलाई में आयोजित स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशीप में रेलवे की महिला पावर लिफ्टर संतोषी मांझी ने स्वर्ण पदक जीतकर पूरे छत्तीसगढ़ में स्ट्रांग वूमन 2021 का खिताब हासिल किया. महिला पावर लिफ्टर जे रामालक्ष्मी ने सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैम्पिनशीप में गोल्ड मेडल जीतकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का नाम रौशन किया है.

महिला रेल यात्रियों को दी जाती हैं अनेक सुविधाएं

  • भारतीय रेलवे महिला रेल यात्रियों को अनेको सुविधाएं दी जाती हैं.
  • 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को आरक्षित श्रेणियों की यात्रा टिकटों में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है.
  • लबी दूरी की मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में 6 स्लीपर क्लास की बर्थ अकेले यात्रा कर रही महिलाओं या महिलाओं के समूह के लिए रखी जाती है
  • सभी ट्रेनों के प्रत्येक स्लीपर कोचों में 6 बर्थ और AC-1,2 और 3 की लोवर बर्थ 45 वर्ष से अधिक की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित
  • दुरंतो और राजधानी के वातानूकुलित-3 श्रेणी के कोचो में भी 4 लोवर बर्थ सुरक्षित रखी जाती है


महत्वपूर्ण स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रतीक्षालय. स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रसाधन. महिला जिनके साथ नवजात शिुशु हैं, उनके लिए बेबी फीडिंग कार्नर की सुविधा दी गई है. ट्रेनों में महिलाओं के लिए अनारक्षित श्रेणी के कोच में महिलाओं के सीटें आरक्षित. महिला स्पेशल गाड़ियां भी चलाई जाती हैं महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों से बचे बर्थो को महिला यात्रियों को ही अलॉट की जाती है. महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने टोल फ्री महिला हेल्पलाइन नंबर 18002332534 भी जारी की गई है. महिला कर्मचारियों, महिला रेल यात्रियों की सुविधा और समानता के लिए भारतीय रेलवे के साथ-साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे हमेशा प्रयासरत है.

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