गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव में मतदान की प्रक्रिया जारी है. इस दौरान ETV भारत ने मतदान कर रहे लोगों से बातचीत की. हमने उनकी समस्याओं और बूथ के मैनेजमेंट को जानने की भी कोशिश की.
प्रदेश का एकमात्र उपचुनाव मरवाही में हो रहा है. छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के गुजरने के बाद यह सीट खाली हुई थी. मरवाही में इस बार 1 लाख 91 हजार 4 मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें 97 हजार 267 महिला मतदाता और 93 हजार 667 पुरुष मतदाता शामिल हैं. इसके साथ ही 4 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल हैं. भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है.
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मरवाही उपचुनाव में पहले मुकाबला एकतरफा दिख रहा था, लेकिन जीसीसी(जे) के बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन देने के बाद अब भाजपा को भी उम्मीद दिखने लगी है. पूर्व सीएम से लेकर तमाम दिग्गज भाजपा नेता भी इस बीच मरवाही में लगातार सक्रिय नजर आए. दूसरी तरफ सत्ताधारी कांग्रेस की अतिसक्रियता पर भी सवाल उठे. मरवाही में चुनाव प्रचार के दौरान खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां लगातार डेरा डाले दिखे.
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मरवाही उपचुनाव में कुल 286 मतदान केंद्रों में से 126 मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया है. इन मतदान केंद्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद है. इसके अलावा केंद्रीय माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति भी की गई है. सभी सेंटर्स पर मतदाताओं को सिंगल हैंड ग्लव्स दिया जा रहा है और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. मतदान दल के सभी कर्मचारियों को भी सारे संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं.
मरवाही विधानसभा सीट पर एक नजर
- अनुसूचित जनजाति के लिए मरवाही सीट आरक्षित
- कुल मतदाताओं की संख्या- 1 लाख 91 हजार 244
- पुरुष मतदाता - 93 हजार 843
- महिला मतदाता - 97 हजार 397
- ट्रांसजेंडर वोटर्स- 04
- मतदान केंद्र की संख्या- 286
- मूल मतदान केंद्र - 237
- सहायक मतदान केंद्र - 49
- संवेदनशील मतदान केंद्र - 126
- वोटिंग का समय - सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक
- कोरोना मरीजों के लिए भी वोटिंग की व्यवस्था
- मतपत्रों के जरिए वोट दे सकेंगे कोरोना मरीज
- वोटिंग के अंतिम 1 घंटे में कोरोना मरीज डालेंगे वोट
मरवाही विधानसभा चुनाव की व्यवस्था के लिए 1 रिटर्निंग अधिकारी, 2 सहायक अधिकारी, 23 सेक्टर अधिकारी, 12 निगरानी दल और 4 उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है. इसके साथ ही सीआरपीएफ और पुलिस को मिलाकर 1300 जवानों की भी तैनाती की गई है, ताकि शान्तिपूर्ण मतदान कराया जा सके.