बिलासपुर:बिलासपुर में चुनाव आयोग वोट फ्रॉम होम में काफी हद तक सफल हुई है. हालांकि क्षेत्र के 12 वोटर्स की वोट देने से पहले ही मौत हो गई. पंजीकृत वोटरों में से 98 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने अपने घर में मताधिकार का उपयोग किया है. लेकिन मतदान के लिए पंजीयन कराने वाले 12 बुजुर्गों की मतदान से पहले ही मौत हो गई. आयोग ने पहली बार 80 वर्ष से अधिक उम्र वाले मतदाताओं और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर बैठे मतदान की सुविधा दी है. आयोग के इस नए प्रयास को काफी हद तक सफलता भी मिली है. हालांकि 12 मतदाताओं की वोटिंग से पहले ही मौत हो गई.
12 वोटरों की हुई मौत: दरअसल, जिले में 98 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांगों ने घर बैठे मतदान किया है. आयोग ने डाकमत पत्र के जरिए वोटिंग की सुविधा दी है. जिले में पंजीकृत 567 में से 545 बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने इस सुविधा का लाभ उठाते हुए घर बैठे मतदान किया है. आयोग ने जब होम वोटिंग के लिए बुजुर्ग और दिव्यांगों का पंजीयन करना शुरू किया था, तब इसमें लगभग 567 बुजुर्ग और दिव्यांगों ने अपना पंजीयन कराया था. होम वोटिंग सुविधा के जरिए लगभग 98 फीसद वोटिंग हुई. बुजुर्ग और दिव्यांगों ने डाक मत पत्र के माध्यम से मतदान किया, लेकिन मतदान के पहले ही पंजीकृत 2 फीसद यानी कि लगभग 12 बुजुर्गों की मौत हो गई. यही कारण है कि जिले में हंड्रेड परसेंट की बजाय 98 फीसद वोटिंग हो पाई है.
545 वोटरों ने किया मतदान: जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 567 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिए घर बैठे मतदान किया. इनमें 80 वर्ष से अधिक के 497 मतदाता और 70 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. होम वोटिंग का पहला चरण 8 नवम्बर से 10 नवम्बर के बीच हुआ. 10 नवम्बर तक 461 बुजुर्गाें और 70 विकलांग मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिए अपने मताधिकार का उपयोग भी किया. शेष मतदाताओं के लिए दूसरे चरण का मतदान सोमवार 13 नवम्बर को हुआ. इसमें कुल 14 लोगों ने मतदान किया और 545 लोगों ने पोस्टल बैलेट के जरिए घर बैठे अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
जिले के कोटा विधानसभा से 126, तखतपुर विधानसभा से 199, बिल्हा विधानसभा से 51, बिलासपुर विधानसभा से 90, बेलतरा विधानसभा से 111 और मस्तूरी विधानसभा से 68 मतदाताओं ने मतदान किया. सभी ने चुनाव आयोग की ओर से दी गई वोट फ्रॉम होम की सुविधा की तारीफ की है.