बिलासपुर: जरहभाठा इंदुचौक निवासी भरत गोविंद नाम के युवक ने कलेक्टर के सामने लिखित आवेदन देकर सूदखोरों द्वारा धमकाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की है.दरअसल प्रार्थी ने आरोप लगाते हुए बताया कि '' अनस खान नाम के व्यक्ति से उसने 3 लाख 55 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे. रुपए वह अनस को वापस दे चुका है. लेकिन वह उससे 5 लाख रुपए की और मांग रहा है.
कलेक्टर को दिए आवेदन में प्रार्थी भरत गोविंद ने लिखा है कि '' वो कानन पेंडारी जू में मछलियां सप्लाई करने का काम करता है. इसी काम के लिए उसने अनस से 10% महीने की ब्याज दर पर तीन लाख 55 हजार रुपए लिए थे. प्रार्थी ने बताया कि समय-समय पर ब्याज के साथ वो अनस के घर जाकर या उसके बताए जगह पर नकद रकम छोड़ा करता था. 355000 रुपयों के बदले वो उसे अब तक 8 लाख 60000 रुपए ब्याज के साथ वापस कर चुका है. लेकिन अनस अभी भी उससे 5 लाख रुपए की मांग कर रहा है.इसके लिए अनस परिवार वालों पर अनैतिक रूप से दबाव बनाता है. झूठे मुकदमों में फर्जी तरीके से फंसा देने की धमकी देता है और गांव की जमीन बेचकर पांच लाख रुपए देने का दबाव बनाता है.'' usury traped Victim in bilaspur
प्रार्थी ने कहा कि '' प्रताड़ना से पूरी फैमिली परेशान हो चुकी है. वह युवक अपने आप को राजनीतिक व्यक्तियों का खास और घरेलू संबंध होना बताकर धमका रहा है. अनस पर परिवार के साथ अप्रिय घटना कराने का आरोप भी भरत लगा रहा है. इससे निजात दिलाने के लिए भरत गोविंद ने कलेक्टर के पास लिखित आवेदन दिया (Victim threatens suicide in bilaspur ) है.
सूदखोरी का पहला मामला नहीं : आपको बता दें कि कुछ समय पहले इसी तरह की सूदखोरी से तंग आने की बात कहकर सकरी थाना क्षेत्र के एक युवक ने अपनी जान दे दी थी. उस मामले के आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.अब फिर इस तरह कि मामले और शिकायत पर यदि गंभीरता से कार्रवाई नहीं की जाती है तो हो सकता है इसमें भी प्रार्थी की जान पर बात बन आए.'' bilaspur crime news