बिलासपुर : केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल शुक्रवार को एक दिवसीय प्रवास पर रहे. इस दौरान उन्होंने अटल बिहारी बाजपेयी यूनिवर्सिटी में अनुसूचित जनजाति आयोग के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसके बाद वे कलेक्ट्रेट में जलजीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिए समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान का पलटवार करते हुए नसीहत दी है. भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भी उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि ''भारत जोड़ो नही बल्कि कांग्रेस जोड़ो यात्रा करना (Prahlad Patel attacks CM Bhupesh) चाहिए.''
सीएम भूपेश ने बीजेपी की तुलना पाक से की: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल शुक्रवार को बिलासपुर प्रवास पर जलजीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिए समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे. केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वो अपनी भाषा पर सय्यम रखे. प्रहलाद पटेल ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर पलटवार किया जिसमे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस बीजेपी की तुलना पाकिस्तान से की. जिसमें उन्होंने कहा कि ''बीजेपी की स्थिति अभी ऐसी है कि जैसे पाकिस्तान में पहले दो अंपायर खेलते थे. फिर बाद में नेशनल अंपायर होता था.''
भूपेश के बयान पर प्रहलाद का पलटवार : केंद्रीय मंत्री ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री को बिना मांगे सलाह देते है कि आपके मुख्यमंत्री को सलाह जरूर दूंगा कि बिना मांगे वो कांग्रेस के नेता हैं. अच्छी बात है, लेकिन उनको कम से कम बोलते समय मर्यादा का पालन करना चाहिए, आरएसएस के योगदान को भले न सराहे इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन अगर वह आरोप लगाएंगे तो मैं उनसे कहूंगा कि भाषा में सय्यम रखे ये कांग्रेस के लिए बेहतर नहीं है और उनके लिए भी (CM Bhupesh comparing BJP with Pakistan )नहीं.''
कहां रखा गया था कार्यक्रम : बिलासपुर के कोनी स्थित अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा देश की आजादी में किए गए अमिट योगदान को याद किया गया. इस आयोजन में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका और अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार द्वारा पूरे देश में स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जा रहा है. भगवान बिरसा मुंडा की जन्म-जयंती को केंद्र सरकार द्वारा जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है. इस कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेई विश्व विद्यालय बिलासपुर से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के अनुसूचित जनजाति समुदाय के विद्यार्थियों, प्राध्यापक सहित विश्व विद्यालय के समस्त प्राध्यापक अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी और क्षेत्र के अनुसूचित जनजाति वर्ग के नागरिक उपस्थित रहे.