बिलासपुर: कोरोना संकट के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन के बीच मजदूरों को राहत देने के लिए शुरू की गई स्पेशल ट्रेन लगातार चलने लगी है. गुरुवार को दो स्पेशल ट्रेन बिलासपुर पहुंची. पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन पंजाब के अमृतसर से निकली, जो शाम 4 बजे पहुंचने वाली थी. वहीं टेस्ट शेड्यूल में बदलाव होने की वजह से यह ट्रेन देर शाम चांपा स्टेशन पहुंची.
इसके साथ ही दूसरी ट्रेन गुजरात के विरमगाम से चली, जिसका स्टॉपेज बिलासपुर है. जो शाम साढ़े सात बजे बिलासपुर स्टेशन पहुंची. इन दोनों ही ट्रेन में करीब 800 से ज्यादा मजदूर छत्तीसगढ़ पहुंचे. वहीं सरकार के प्रोटोकॉल के हिसाब से इन्हें पहले स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की जाएगी. मेडिकल टेस्ट करने के बाद जिन लोगों से गंभीर लक्षण देखे जाएंगे उन्हें ट्रेस कर अलग किया जाएगा. इसके साथ ही सभी मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किए जाने की व्यवस्था की गई है.
अलग-अलग स्टेशन में दिए गए स्टॉपेज
प्रशासन की तरफ से दोनों ट्रेनों के स्टॉपेज को अलग-अलग रखने के पीछे तर्क दिया गया है. अलग-अलग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के स्टॉपेज दिए जाने से प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है. वहीं उनके लिए बनाया गए क्वॉरेंटाइन सेंटर भी वहां से नजदीक होंगे. दूसरी तरफ रेलवे प्रशासन की तरफ से कहा जा रहा है कि उनके पास जिला प्रशासन से मिले निर्देश के अनुसार मेन पावर और संसाधन है, लिहाजा वे एक से ज्यादा स्टेशन पर स्टॉपेज और दूसरी व्यवस्था कर सकते हैं.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए मजदूर
बता दें कि 12 मई को पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन छत्तीसगढ़ पहुंची थी, जिसमें 1 हजार 208 मजदूर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे. जिनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें संबंधित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. वहीं लगातार दूसरे राज्यों से मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन जरूर चलाई जा रही है, लेकिन अभी भी कई मजदूर इससे अंजान है और पैदल ही घर जाने को मजबूर हैं.