बिलासपुर: तकनीक की बढ़ती दुनिया में कोई पीछे नहीं रहना चाहता है. ऐसे में पुलिस विभाग भी अब नई-नई टेक्नोलॉजी से जुड़ रहा है. अपराध की विवेचना संबंधी कार्रवाई में लगने वाले कागजी कार्यवाही और समय को कम करने के लिए विवेचना कार्यवाही को कंप्यूटरीकृत से किए जाने के उद्देश्य से CCTNS (क्राइम और क्राइम ट्रैकिंग नेटवर्कस एंड सिस्टम) योजना के तहत CAS सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है. इसे उपयोग में लाने की कवायद चल रही है. इसके लिए पुलिस को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.
दरअसल, पुलिस को इस सॉफ्टवेयर की जानकारी और विवेचना कार्यवाही को आसान बनाने के लिए CAS सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण और प्रैक्टिकल कर समझाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा ने पहल करते हुए दिनांक 13 जुलाई से 18 जुलाई तक एक 6 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन कराया है. यह प्रशिक्षण रेंज के सभी जिलों के लिए आयोजित की गई है.
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नए तकनीक को लेकर CCTNS के एक्सपर्ट प्रशिक्षक पुलिस को प्रशिक्षण दे रहे हैं. एक तीन दिवसीय प्रशिक्षण पूरा भी हो चुका है. इस दौरान बिलासपुर, जांजगीर, कोरबा, मुंगेली गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के लगभग 250 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है.
बाता दें लगातार पुलिस विभाग नए नए तकनीकों को उपयोग में ला रहा है. CAS के उपयोग से काफी मात्रा में कागज की भी बचत होगी. बता दें पुलिस ने अपने ट्रैकिंग सिस्टम भी काफी अपडेट किए हैं. इसके जरिए पुलिस लगातार अपराध पर शिकंजा भी कस रही है. कई साइबर सेल भी शुरू किए जा चुके हैं. कागज की बचत को लेकर यह नई कवायद भी सराहनीय है.