बिलासपुर : बीते दिनों गुंबर पेट्रोल पंप के पास सड़क पर एक युवक का शव मिला था.जिसकी शिनाख्त यश साहू निवासी लखनपुर के रूप में की गई. पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज करने के बाद जांच शुरु की.जल्द ही पुलिस को सफलता मिली.यश साहू की हत्या त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के कारण की गई थी.हत्या के बाद शव को रास्ते में फेंककर अपराधी मौके से फरार हो गए थे. शव मिलने की सूचना सिरगिट्टी पुलिस को दी गई थी.
कैसे हुई शव की शिनाख्त : पुलिस ने अज्ञात शव की शिनाख्ती के लिए सभी थाना प्रभारी और जिले के सभी थानों में रेडियो मैसेज और सोशल मीडिया के माध्यम से शव की शिनाख्त का प्रयास किया था. इसी दौरान शाम करीब 7 बजे मृतक के मोबाइल फोन को किसी अज्ञात आरोपी ने मृतक के दोस्त के पास छोड़ा. जिससे मृतक की पहचान यश साहू उर्फ टीनू, ग्राम लखनपुर के रूप में हुई. यश सरगुजा का रहने वाला था. जो मंगला चौक के पास किराये के मकान में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. मृतक का चकरभाठा क्षेत्र की युवती से प्रेम संबंध था.
पुलिस ने लिया तकनीक का सहारा : इस हत्या में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने घटना वाली जगह के सीसीटीवी को खंगाला.साथ ही मंगला चौक के कोचिंग इंस्टिट्यूट जहां पर युवक कोचिंग करता था उसे बारीकी से देखा.तकनीक की मदद से पुलिस को पता चला कि युवक का प्रेम प्रसंग चल रहा था. युवती चकरभाठा में रहती है. युवती का किसी और युवक के साथ भी प्रेम प्रसंग है.लिहाजा पुलिस ने पहले युवती के दूसरे प्रेमी राहुल नामदेव के बारे में जानकारी जुटाई. राहुल नामदेव घटना वाले दिन से ही फरार चल रहा था.लिहाजा पुलिस का शक और भी गहरा हो गया.
कैसे की हत्या : पुलिस के मुताबिक राहुल नामदेव को जब पता चला कि उसकी प्रेमिका किसी और को प्यार करती है तो वो आग बबूला हो उठा. उसने घटना से पहले भी यश को धमकी दी थी.इसके बाद 6 जून को वो कोचिंग में पहुंचा तो एक बार फिर यश और प्रेमिका को एक साथ देखा.जिसके बाद यश को बहाने से बुलाकर अपने साथ चकरभाठा नयापारा के एक बंद ढाबे में ले गया.इसके बाद उसने यश की पिटाई की.साथ ही साथ अपने दोस्तों विनय शांडिल्य और उमेश वर्मा को मौके पर बुला लिया.तीनों ने मिलकर यश को लाठी और बेल्ट से मारा.अधमरा होने पर राहुल ने उसका फोन अपने पास रखा लिया.फिर उसे उठाकर अपनी स्कूटी में बिठाया.फिर हाईकोर्ट के पास एक ऑटो में बिठाकर भाग गया.इसके बाद गुंबर चौक सिरगिट्टी के पास यश पड़ा मिला था.यश के फोन पर कॉल आने पर डर के कारण उसके दोस्त को फोन देकर राहुल फरार हो गया.''
आरोपियों ने गुनाह किया कबूल :आरोपियों का सुराग मिलते ही पुलिस ने तीनों की पतासाजी शुरु की. इसके बाद अलग-अलग जगहों से घेराबंदी करके तीनों को हिरासत में लिया.पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बेल्ट,लकड़ी का डंडा और घटना में इस्तेमाल स्कूटी को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद पुलिस ने कार को भी जब्त किया है.तीनों ने यश साहू की हत्या की बात कबूली है.जिसके बाद तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.