गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले के कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता के पुत्र के खिलाफ सिवनी के ही एक युवक ने उसकी पत्नी को भगाकर ले जाने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद शुक्रवार को उसकी पत्नी ने अपनी मनमर्जी से कांग्रेस अध्यक्ष के पुत्र मोहनीश गुप्ता के साथ जाने की बात कही थी. अब इस मामले में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय शुक्रवार को शिकायतकर्ता युवक के घर पहुंचे और उसके परिजनों से मुलाकात की.
परिजनों ने नंदकुमार साय को घटना से अवगत कराया. नंदकुमार साय ने कांग्रेस के ऊपर युवती पर दबाव डालकर उसका बयान बदलने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दिन में कांग्रेस पार्टी के लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं. मुझे घोर आश्चर्य है कि एक जनजाति वर्ग के भरे पूरे परिवार को चोट पहुंचाई गई है. महिला को बहका कर अपने कंट्रोल में कर लिया गया है. अब वही बयान देगी जो कांग्रेस वाले कहेंगे.
इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण कोई स्थिति निर्मित नहीं हो सकती: नंदकुमार साय
नंदकुमार साय ने आगे कहा कि मामला जनजाति वर्ग का है, लेकिन अब वह महिला उस परिवार की भी नहीं रही. अब कहां रहेगी. यह सोचने वाली बात है. बहुत बड़ा आघात है या जनजाति वर्ग के लिए कि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का पुत्र चुनाव के मध्य इस तरह का आचरण कर रहा है. इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण कोई स्थिति निर्मित नहीं हो सकती.
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'दो घंटे थाने में बैठे नंदकुमार साय'
नंदकुमार साय ने बताया कि वे इस संबंध में 2 घंटे पुलिस थाने में बैठे थे और पुलिस प्रशासन से इस पर जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करने की मांग की, उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लाइन पर महिला तो कोई आपत्ति नहीं कर रही है. वह महिला जनजाति वर्ग की है. उसके दो बच्चे हैं. एक भरा पूरा परिवार है. जनजाति वर्ग के साथ इस तरह का कृत्य होना दुर्भाग्यपूर्ण है. कांग्रेस पार्टी को सोचना चाहिए की जनजाति वर्ग के साथ ऐसा अन्याय करना छोड़े और अब जनजाति वर्ग को भी सोचना पड़ेगा कि क्या कांग्रेस पार्टी इन्हीं कामों के लिए और इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है. सभी अनुसूचित जनजाति समाज को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.
कांग्रेस पर साधा निशाना
नंदकुमार साय ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस लगातार यह संदेश दे रही है कि यही हमारा नेचर है. यही हमारी प्रकृति है. हम इस से बाज नहीं आएंगे. अब इसके प्रमाण की जरूरत नहीं है. इस आदिवासी परिवार को जिस तरह से तोड़ा गया सबके सामने यह उदाहरण है.