गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही विधानसभा उपचुनाव पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुई हैं. पूर्व सीएम अजीत जोगी के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. जिसमें नामांकन की अंतिम तारीख 16 अक्टूबर थी. पर्चा भरने के अंतिम दिन जोगी कांग्रेस से अमित जोगी और ऋचा जोगी ने पर्चा भरा. जबकि कांग्रेस से डॉ. केके ध्रुव ने नामांकन दाखिल किया.
कांग्रेस और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेता अपने-अपने प्रत्याशी का नामांकन दाखिल कराने निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे. कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी डॉक्टर केके ध्रुव तो वहीं छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की तरफ से अमित जोगी और ऋचा जोगी ने अपना नामांकन फार्म दाखिल किया. सालों बाद एक ऐसा मौका आया जब जोगी परिवार और सीएम भूपेश बघेल दोनों ही एक साथ नामांकन दाखिल कराने निर्वाचन अधिकारी के सामने पहुंचे. इनका आमना-सामना हुआ. वैसे तो इनके बीच मुलाकात की बात कैमरे में कैद नहीं हो सकी.
केके ध्रुव के नामांकन के बाद सीएम ने दिया बड़ा बयान
सीएम भूपेश बघेल ने त्रिकोणीय मुकाबले के सवाल पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि नामांकन के बाद स्क्रूटनी की प्रक्रिया होती है. यह काम निर्वाचन का है. स्क्रूटनी के बाद तय हो जाएगा कि कितना कोणीय मुकाबला होगा. सीएम के इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहे हैं.
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अमित जोगी का सीएम पर वार
अमित जोगी ने कहा कि उन्होंने निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा कि, अकेले आप खुद से खुद कुश्ती लड़ते हैं तो वह कभी भी जीत नहीं कहलाएगी. यह सिर्फ आपको हंसी का पात्र बनाएगी. अगर आपको लड़ना है तो दूसरों को लड़ने का मौका तो दीजिए. अमित जोगी का दावा है कि उनके इस सवाल पर सीएम बघेल ने कोई जवाब नहीं दिया.
सीएम और रेणु जोगी की औपचारिक मुलाकात
इस मुलाकात के बारे में रेणु जोगी से पूछने पर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी से निर्वाचन कार्यालय में औपचारिक मुलाकात हुई. उन्होंने मुझे भाभी कहा, मैंने भी जवाब दिया. हम अपने-अपने काम में व्यस्त थे. इसलिए बातचीत का ज्यादा समय नहीं मिला. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे औपचारिक मुलाकात बताते हुए कहा कि, रेणु जोगी सम्मानीय विधायक हैं. वो भी नामांकन दाखिल करवाने आई थी और हम भी नामांकन दाखिल करवाने आए थे.