बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जेसीसी-जे सुप्रीमो अजीत जोगी के चर्चित जाति मामले में को लेकर शिकायतकर्ता संतकुमार नेताम ने हाईकोर्ट में एक कैविएट दायर की थी. पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ जुर्म दर्ज होने के बाद मामले में मुख्य शिकायतकर्ता नेताम ने खुशी जाहिर करते हुए कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है.
नेताम का कहना है कि उन्होंने ही सबसे पहले 2001 में जोगी की जाति फर्जी होने की शिकायत राष्ट्रीय अनसूचित जनजाति आयोग से की थी और इस मसले पर अभी भी देश की सर्वोच्च अदालत में लड़ाई लड़ रहे हैं. नेताम का कहना है कि इस फैसले से आदिवासियों को न्याय मिलेगा और मरवाही सीट जो कि आदिवासी सुरक्षित सीट है, उस पर अब आदिवासी विधायक ही चुना जाएगा.
जोगी से जान का खतरा
उन्होंने कहा कि वे अब मरवाही से अजीत जोगी की विधायकी खत्म करने के लिए राज्य मुख्य चुनाव निर्वाचन आयुक्त से अपील भी करेंगे. नेताम ने जोगी के खिलाफ मामला दर्ज होने पर खतरा बताते हुए पुलिस से अपनी और अपने परिवार के लिए सुरक्षा मांगी है. बता दें कि पिछले दो दशक से संतकुमार ने जोगी को फर्जी आदिवासी सिद्ध करने के लिए मोर्चा खोल रखा है.