बिलासपुर : शहर से लगे नगर पंचायत बोदरी में रोका-छेका अभियान की शुरुआत की गई. बारिश के मौसम के आगाज के साथ ही किसान खरीफ फसल की बुआई के लिए जुट गए हैं. इन फसलों को मवेशियों से सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में रोका-छेका अभियान की शुरुआत की है.
इस अभियान के तहत आवारा घूमने वाले मवेशियों को गौठानों में रखने के लिए कहा गया है, ताकि उनकी उचित देखभाल हो सके. इसके लिए बिलासपुर जिले के हर निकाय में काम शुरू हो गया है और मवेशियों को अब काऊ कैचर के जरिए गौठान भेजने तैयारी की जा रही है. गौठानों में मवेशियों के लिए पर्याप्त भोजन-पानी की व्यवस्था की गई है. वहीं उनकी सेहत की जांच कर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी.
काऊ कैचर की मदद से पकड़े जा रहे हैं मवेशी
बोदरी में मवेशियों को गौठान पहुंचाने नगरीय निकाय के अधिकारी टीम समेत सड़क पर उतर आए हैं. कर्मचारी डंडे और रस्सी से मवेशियों को पकड़ रहे हैं. इन्हें गौठान में छोड़ा जाना तय किया गया है. हर दिन लगभग 2 दर्जन से अधिक मवेशी सड़क से हटाए जा रहे हैं.
पशुपालकों को कार्रवाई की चेतावनी
बता दें कि बोदरी नगर पंचायत क्षेत्र में हाईकोर्ट और एयरपोर्ट स्थित है, जहां अक्सर वीआईपी लोगों का आना-जाना लगा रहता है. इसके मद्देनजर इस अभियान को पूरी तरह क्रियान्वित किया जा रहा है. बोदरी नगर पंचायत सीएमओ ए एक्का ने बताया कि यातायात को व्यवस्थित रखने और सड़क हादसों को रोकने के लिए मवेशियों को सड़क से हटाना जरूरी है. अधिकारी ने पशुपालकों से अपील की है कि वह अपने मवेशियों को खुले में न छोड़ें. अगर वह ऐसा करते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.