गौरेला पेंड्रा मरवाही: यातायात और पुलिस विभाग की ओर से पुलिस ग्राउंड में रविवार को यातायात सप्ताह की शुरुआत की गई. जिलेभर में संचालित स्कूल बसों के साथ ही ऑटो के फिटनेस की जांच सुप्रीम कोर्ट की ओर से तय मानक के मुताबिक की गई. सड़क दुर्घटना के मामले कम करने के लिए बस ड्राइवरों और ऑटो चालकों के आंखों की जांच मेडिकल टीम ने की. कुछ को दवा दी गई तो वहीं मेजर प्राब्लम मिलने पर कुछ को हायर सेंटर भेजा गया.
113 की जांच में 3 अनफिट मिले: नेत्र चिकित्सक डॉ रागनी मरावी ने बताया कि "लगभग 113 लोगों की जांच की गई, जिनमें मात्र 2 से 3 लोग ही अनफिट रहे. बाकियों को चश्मा लगाने की सलाह दी गई है. कुछ को मेजर प्रॉब्लम बतलाया गया है, जिन्हें हायर सेंटर में जांच के लिए कहा गया है." आंखों का चेकअप करने के साथ ही जिले में संचालित सभी ऑटो के दस्तावेजों और चालकों के लाइसेंस की जांच भी यातायात विभाग के अधिकरियों ने की. पुलिस हेल्प लाइन नंबर को भी सभी गाड़ियों पर चस्पा किया गया, ताकि आपात स्थिति में लोग विभाग से संपर्क कर सकें.
बिलासपुर में यातायात विभाग लोगों को कर रहा जागरूक
नियमों की दी जानकारी, शाॅर्ट फिल्म दिखाई: चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई. साथ ही यातायात नियमों की जागरूकता को लेकर शाॅर्ट फिल्म भी दिखाई गई. पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने ऑटो चालकों को क्षमता से अधिक सवारी ना बिठाने की हिदायत दी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा ने स्कूल बस चालकों को निर्देशित किया कि "बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान दें. विभाग आने वाले दिनों में यातायात जागरूकता को लेकर और भी कार्यक्रम आयोजित करेगा."
सवारी ऑटो में चस्पा किए गए पुलिस हेल्पलाइन नंबर: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा ने बताया कि महिला सुरक्षा को लेकर सवारी ऑटो में पुलिस हेल्पलाइन नंबर चस्पा किया गया है. सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत पुलिस ग्राउंड से हो गई है. पहले दिन स्कूल बसों की फिटनेस जांच के साथ ही चालकों के आंखों की निशुल्क जांच भी की गई.