बिलासपुर : विधानसभा चुनाव में छोटी बड़ी पार्टियों के बीच पूर्व सैनिक भी मैदान में उतरे हैं. बिलासपुर के रिटायर्ड सैनिक महेंद्र प्रताप सिंह राणा ने देश की सेवा और जनता की सेवा के लिए चुनाव लड़ने का मन बनाया है. महेंद्र प्रताप सिंह राणा 10 साल से भी ज्यादा बॉर्डर पर देश की सुरक्षा किए हैं. देश की सेवा करने के बाद अपने रिटायर होने पर वे रिटायर्ड सैनिकों की भी सेवा करते रहे हैं. लेकिन मन में उनके हमेशा एक बात कसकती रही कि वह देश के लिए अपनी जान निछावर करने बॉर्डर पर गए थे. लेकिन वहां उन्हें यह खुशनसीबी नसीब नहीं हुई.
देश की सेवा करने का जुनून : महेंद्र रिटायर होने के बाद वह हमेशा इस बात को सोचते रहते थे कि वह अब देश की किस तरह से सेवा करें. लंबे समय तक रिटायर्ड सैनिकों की सेवा करने के दौरान महेंद्र प्रताप को अहसास हुआ कि अब वह आम जनता की सेवा करें .इसीलिए वो चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. महेंद्र ने चुनाव लड़ने का अपना उद्देश्य भी बताया.
''जनता से जुड़ी कई ऐसी समस्याएं हैं जिसे लंबे समय से आम जनता पूरा करने की मांग करती रही है. लेकिन वह पूरा नहीं हो पाया है. यही वजह है कि वह चुनाव लड़कर विधायक बनने के बाद आम जनता की उन समस्याओं का समाधान करेंगे.'' महेंद्र प्रताप सिंह राणा, निर्दलीय प्रत्याशी
सैनिक देश सेवा करता है, घोटाला नहीं : रिटायर्ड सैनिक महेंद्र प्रताप सिंह राणा ने कहा कि वह पहले ही खुद को देश के लिए समर्पित कर चुके हैं. सैनिक हमेशा खुद को देश के प्रति समर्पित कर अपना जान न्यौछावर करता है. उसके मन में कभी भी पैसा कमाने की लालच नहीं होती.वह कभी घोटाला नहीं कर सकता. उसके अंदर देश प्रेम की भावना इतनी ज्यादा होती है कि वह कभी घोटाला करने की सोच भी नहीं सकता, यही वजह है कि वह चुनाव लड़ना चाहते हैं. ना खुद कमीशन लेंगे और ना दूसरों को लेने देंगे.जिससे विकास मजबूती से होगा और प्रदेश आगे बढ़ेगा.