बिलासपुर : किसानों की सुविधा के लिए शासन ने करोड़ों रुपए खर्च कर गौरेला के ग्राम पेपर खूंटी के पास जलाशय का निर्माण करवाया था, लेकिन जलाशय में शत प्रतिशत जलभराव ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
लगातार बारिश से तालाब में हुए पानी के ओवरफ्लो के कारण मुख्य सड़क पानी में डूब गई, जिसकी वजह से ग्रामीणों को अमरकंटक, बिलासपुर और जबलपुर जाने के लिए 20 से 25 किलोमीटर की अधिक का सफर करना पड़ता है.
सड़क में पानी भरने से यातायात ठप
पेंड्रा रोड में जल संसाधन विभाग की ओर से लगभग 7 गांवों के ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए साल 2017 में बेहतर खेती के लिए 33 करोड़ की लागत से जलाशय का निर्माण कराया गया था. पिछले सप्ताह क्षेत्र में हुई भारी बारिश से जलाशय लबालब हो गया और इसमें मौजूद पानी सड़क पर आ गया. जिसकी वजह से यातायात बाधित हो रहा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि 'जल संसाधन विभाग और PWD के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है. दोनों विभागों ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए मामले से खुद को अलग कर लिया है'.
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जिम्मेदारी से भाग रहे अधिकारी
जल संसाधन विभाग के SDO केसी दुबे ने अपने विभाग का बचाव करते हुए PWD विभाग को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं PWD विभाग के SDO एचसी नायक ने जल संसाधन विभाग पर देरी से काम करने का आरोप लगाया है.
हालांकि सड़क बंद होने से लोगों की परेशानी को देखते हुए SDM ने मौके पर जाकर निरीक्षण और व्यवस्था दुरुस्त किए जाने का आश्वासन दिया है.