बिलासपुर: पिछले दिनों रतनपुर क्षेत्र में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके 10 साल के बच्चे के साथ पड़ोस की रहने वाली एक महिला ने यौन शोषण की घटना को अंजाम दिया है. इस शिकायत पर पुलिस ने पाॅक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच की और आरोपी महिला को गिरफ्तार किया. हालांकि यह मामला इतना सीधा भी नहीं था. क्योंकि जिस महिला ने शिकायत दर्ज कराई, उसके भतीजे के खिलाफ आरोपी महिला की बेटी ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था. कोशिश रेप केस में काउंटर एफआईआर दर्ज कर रेप पीड़िता के परिवार पर दबाव बनाने की थी, जिसे समाज के विरोध प्रदर्शन ने नाकाम कर दिया. अब मामले में नया खुलासा हुआ है. रेप पीड़िता की मां के खिलाफ पूरा मामला झूठा निकला.
जानिए इसलिए रेप पीड़िता की मां को फंसाने की थी कोशिश: जिस महिला 10 साल के बच्चे के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने का केस दर्ज किया गया, उसकी बेटी ने कुछ महीने पहले शिकायत दर्ज कराने वाली महिला के रिश्तेदार युवक पर दुष्कर्म का केस रतनपुर थाने में दर्ज कराया था. दुष्कर्म पीडिता ने आरोप लगाते हुए कहा था कि "केस वापस नहीं लेने पर दबाव बनाने के लिए उसकी मां को झूठे केस मे फंसाने के लिए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है." समाज भी रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने आगे आया तो मामला तूल पकड़ने लगा. चौतरफा विरोध होने पर एसपी से जांच की मांग की गई.
रेप केस वापल लेने के लिए बनाया जा रहा था दबाव: मामले में एसपी संतोष कुमार सिंह ने जांच टीम गठित की. एएसपी राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में जांच टीम बनाई और इसकी जांच शुरू कराई. इसी बीच रेप पीड़िता की मां को कोर्ट ने जमानत दे दी. दूसरी तरफ एडिशनल एसपी के नेतृत्व मे गठित टीम ने सोमवार को जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपी. इस रिपोर्ट के मुताबिक पूरा प्रकरण झूठा था. एडिशनल एसपी राहुल देव के अनुसार जांच में पता चला कि "दुष्कर्म पीड़िता युवती और उसकी मां पर केस वापस लेने के लिए आर्थिक और मानसिक स्तर पर दबाव बनाया जा रहा था. आरोपी परिवार की ओर से दिए गए सभी प्रलोभन फेल होने पर दुष्कर्म पीड़िता की मां पर झूठा केस दर्ज कराया गया."
झूठा केस दर्ज कराने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई: बताया जा रहा है कि आरोप लगाने वाली महिला अपने बच्चे को लेकर रायपुर में एफआईआर दर्ज कराने गई थी. लेकिन वहां एफ आईआर दर्ज नहीं की गई. फिलहाल पुलिस ने इस मामले की खारिजी रिपोर्ट तैयार कर न्यायालय मे पेश किया है. कोर्ट में रिपोर्ट स्वीकृत होने पर पुलिस झूठा केस दर्ज कराने वाले पर कानूनी कार्रवाई करेगी.