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बिलासपुर कानन पेंडारी में पेड़ों ने मनाया रक्षाबंधन का त्यौहार

बिलासपुर के कानन पेंडारी में रक्षाबंधन वाले दिन अनोखी रस्म अदायगी की गई है.

Trees celebrated the festival of Rakshabandhan in Bilaspur Kanan Pendari
बिलासपुर कानन पेंडारी में पेड़ों ने मनाया रक्षाबंधन का त्यौहार
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Published : Aug 11, 2022, 2:03 PM IST

Updated : Aug 11, 2022, 4:06 PM IST

बिलासपुर : कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन (Kanan Pendari Zoological Garden) में पर्यावरण और पेड़ों की रक्षा करने कसम ली गई. कानन के कर्मचारियों ने पेड़ों को रक्षासूत्र बांधकर उनकी रक्षा करने प्रण किया है. इस अवसर पर जू की महिला कर्मियों ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर आरती (Trees celebrated the festival of Rakshabandhan in Bilaspur Kanan Pendari) की. पर्यावरण सहित पशु पक्षियों को बचाने आगे बढ़कर कार्य करने आम जनता से अपील की है. रक्षा बंधन का पर्व भाई बहनों के अटूट रिश्तों का प्रतीक माना जाता है. इस पर्व को पूरे देश मे धूमधाम से मनाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन की महिला कर्मियों ने रक्षा बंधन के पर्व को अनोखे अंदाज में मनाया. महिला कर्मियों ने पेड़ों की आरती कर उन्हें रक्षा सूत्र बांधा. महिला कर्मियों ने रक्षा सूत्र का असल मायने सीखा दिया है. महिला कर्मियों ने पेड़ों को राखी इस लिए बांध है कि इस पेड़ पौधों की वजह से ही पृथ्वी में मानव जीवन संभव हुआ है.


महिला वनकर्मियों ने निभाई रस्म : कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन में वन विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ पौधों की रक्षा करने के संदेश को धर्म से जोड़ते हुए रक्षा करने का संदेश दिया. कर्मियों ने हाथों में पूजा की थाल ली. थाल में फूल ,अगरबत्ती,गुलाल, और रक्षा सूत्र रखकर पेड़ों को राखी बांधी. पेड़ों को जीवन के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. इनसे ऑक्सीजन तो मिलता ही है साथ ही औषधि और दवाइयां भी मिलती है.



15 सालों से चली आ रही परंपरा : कानन पेंडारी जू में ये अनोखी परंपरा 15 सालों से की जा रही है. कानन पेंडारी जू की सफाई करने वाली महिलाएं यहां के हजारों पौधों और पेड़ों को हर वर्ष रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा करती है. सफाई कर्मियों के साथ यहां बीटगार्ड और वन विभाग की महिला सिपाही भी इस रस्म में हिस्सा लेती हैं. ये महिला कर्मी यहां आने वाले पर्यटकों को पेड़ों की रक्षा और संरक्षण करने की अपील करती है.

ये भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2022 जानिए किस मुहूर्त में मनाएं रक्षाबंधन का त्यौहार

पर्यटक भी अभियान से जुड़े : सालों से पेड़ों की रक्षा और उनकी देख रेख ये वनकर्मी कर रहे हैं. इनके पेड़ों के प्रति प्रेम और स्नेह देख यहां आने वाले पर्यटक भी इनके इस अभियान से जुड़ने लगे हैं. इस अभियान के जरिए पेड़ों को लगाने और अवैध कटाई को रोकने पर्यटकों से अपील की जा रही है. कर्मियों की अपील में पेड़ों के फायदे बताए जा रहे हैं. किस तरह पेड़ मानव जीवन के उत्पत्ति के साथ ही उनके जीवन यापन, स्वास्थ्य शरीर और औषधियों की सौगात दी है. इस जानकारी को पर्यटकों को बताया जा रहा है.

बिलासपुर : कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन (Kanan Pendari Zoological Garden) में पर्यावरण और पेड़ों की रक्षा करने कसम ली गई. कानन के कर्मचारियों ने पेड़ों को रक्षासूत्र बांधकर उनकी रक्षा करने प्रण किया है. इस अवसर पर जू की महिला कर्मियों ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर आरती (Trees celebrated the festival of Rakshabandhan in Bilaspur Kanan Pendari) की. पर्यावरण सहित पशु पक्षियों को बचाने आगे बढ़कर कार्य करने आम जनता से अपील की है. रक्षा बंधन का पर्व भाई बहनों के अटूट रिश्तों का प्रतीक माना जाता है. इस पर्व को पूरे देश मे धूमधाम से मनाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन की महिला कर्मियों ने रक्षा बंधन के पर्व को अनोखे अंदाज में मनाया. महिला कर्मियों ने पेड़ों की आरती कर उन्हें रक्षा सूत्र बांधा. महिला कर्मियों ने रक्षा सूत्र का असल मायने सीखा दिया है. महिला कर्मियों ने पेड़ों को राखी इस लिए बांध है कि इस पेड़ पौधों की वजह से ही पृथ्वी में मानव जीवन संभव हुआ है.


महिला वनकर्मियों ने निभाई रस्म : कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन में वन विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ पौधों की रक्षा करने के संदेश को धर्म से जोड़ते हुए रक्षा करने का संदेश दिया. कर्मियों ने हाथों में पूजा की थाल ली. थाल में फूल ,अगरबत्ती,गुलाल, और रक्षा सूत्र रखकर पेड़ों को राखी बांधी. पेड़ों को जीवन के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. इनसे ऑक्सीजन तो मिलता ही है साथ ही औषधि और दवाइयां भी मिलती है.



15 सालों से चली आ रही परंपरा : कानन पेंडारी जू में ये अनोखी परंपरा 15 सालों से की जा रही है. कानन पेंडारी जू की सफाई करने वाली महिलाएं यहां के हजारों पौधों और पेड़ों को हर वर्ष रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा करती है. सफाई कर्मियों के साथ यहां बीटगार्ड और वन विभाग की महिला सिपाही भी इस रस्म में हिस्सा लेती हैं. ये महिला कर्मी यहां आने वाले पर्यटकों को पेड़ों की रक्षा और संरक्षण करने की अपील करती है.

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पर्यटक भी अभियान से जुड़े : सालों से पेड़ों की रक्षा और उनकी देख रेख ये वनकर्मी कर रहे हैं. इनके पेड़ों के प्रति प्रेम और स्नेह देख यहां आने वाले पर्यटक भी इनके इस अभियान से जुड़ने लगे हैं. इस अभियान के जरिए पेड़ों को लगाने और अवैध कटाई को रोकने पर्यटकों से अपील की जा रही है. कर्मियों की अपील में पेड़ों के फायदे बताए जा रहे हैं. किस तरह पेड़ मानव जीवन के उत्पत्ति के साथ ही उनके जीवन यापन, स्वास्थ्य शरीर और औषधियों की सौगात दी है. इस जानकारी को पर्यटकों को बताया जा रहा है.

Last Updated : Aug 11, 2022, 4:06 PM IST
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