बिलासपुर: 3 नवंबर को होने वाले मरवाही उपचुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस दिन-रात एक कर रही है. अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन रद्द होने जाने के बाद दोनों ही पार्टियों में सीधी लड़ाई नजर आ रही है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से लगातार मंत्री, नेता और स्टार प्रचारक उपचुनाव के लिए मरवाही का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद और महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन पर पहुंची.
सांसद फूलोदेवी नेताम ने मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का हुंकार भरी और पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मरवाही उपचुनाव के लिए कांग्रेस की महिला विंग दिन-रात मेहनत कर रही हैं. बूथ लेवल से लेकर प्रदेश लेवल की महिला नेत्रियों का मरवाही आना-जाना लगा हुआ है.
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अब चुनावी मैदान में कांग्रेस-बीजेपी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और मरवाही विधायक अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा की सीट खाली हो गई है. जिसके बाद कांग्रेस ने डॉ. केके ध्रुव को अपना प्रत्याशी घोषित किया, वहीं बीजेपी ने डॉ. गंभीर सिंह को मैदान में उतारा. इस चुनाव को लेकर सीएम भूपेश बघेल पहले ही कांग्रेस पार्टी के जीत का एलान कर चुके हैं. पूर्व सीएम अजीत जोगी की पत्नी और कोटा से विधायक रेणु जोगी ने मरवाही के वर्तमान राजनीतिक हालात को देखकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है. रेणु जोगी ने कांग्रेस सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है. अमित और ऋचा जोगी के नामांकन निरस्त होने से पहले मरवाही उपचुनाव में जेसीसी(जे) और कांग्रेस में सीधा मुकाबला बताया जा रहा था. लेकिन अब इस मुकाबले को प्रमुख रूप से कांग्रेस और बीजेपी के आमने-सामने माना जा रहा है. कांग्रेस की तुलना में बीजेपी उम्मीदवार कमजोर माना जा रहा है.