बिलासपुर: चाइल्ड लाइन और एक रुपया मुहिम के सदस्यों ने चाइल्ड लाइन दोस्ती सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया. आयोजन शासकीय बालिका गृह में किया गया. एक रुपया मुहिम की सदस्य सीमा वर्मा ने बच्चों इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी दी. इस दौरान कोरोना संक्रमण रोकथाम के नियमों का पालन करने वाली बालिकाओं का सम्मान कर उन्हें प्रोत्साहित किया गया.
सम्मान के लिए अलग-अलग वर्ग निर्धारित किए गए थे. इन वर्गों में अपने चेहरे को ना छूने वाली योद्धा, सामाजिक दुरी बनाये रखने वाली योद्धा, नियमित हाथ धोने वाली योद्धा, नियमित सैनिटाइजर का उपयोग करने वाली योद्धा जैसे वर्ग शामिल थे. बालिकाओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रोत्साहित किया गया.
पढ़ें: रायपुर: 13 साल की नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में वन विभाग का अधिकारी गिरफ्तार
सभी बच्चों को पुरस्कार
आयोजन में शामिल सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार के तौर पर कलर पेंसिल दिया गया. केक काटा गया. आयोजन को सफल बनाने में चाइल्ड लाइन ने मुख्य भूमिका निभाई है. बच्चे भी आयोजन को लेकर काफी उत्साहित नजर आए.
क्या है एक रुपया मुहिम
'एक रुपया की मुहिम' गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए चलाया जा रहा एक अभियान है. शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए अभियान को शुरू किया गया है. बिलासपुर की सीमा वर्मा नाम की समाज सेविका ने एक रुपया मुहिम की शुरूआत की थी. इसके जरिए सैकड़ों जरुरतमंद बच्चों को पढ़ाने की पहल की जा रही है.