बिलासपुर: 'दिल्ली वाले साहब' के नाम से मशहूर समाजसेवी प्रोफेसर पीडी खेरा का आज लमनी में अंतिम संस्कार किया गया. मौके पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लमनी गांव में हजारों की संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. प्रोफेसर खेरा की अंतिम यात्रा में हजारों लोग मौजूद रहे. इस दौरान उनकी अर्थी के कांधा देने के लिए लोग तत्पर नजर आये.
प्रोफेसर खेरा ने लगभग 4 दशक तक बैगा आदिवासियों की सेवा की थी. प्रो. खेरा ने गांधी के आदर्शों को जीवन चरित्र में अपनाया था. सालों पहले जब वे एक एजुकेशनल टूर पर लमनी गांव पहुंचे थे तो बैगा आदिवासियों का पिछड़ापन देखकर उन्होंने ताउम्र उनके बीच रहकर उनकी सेवा करने और उन्हें आगे बढ़ाने का फैसला लिया था.
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'जीवन जीने का मतलब समझा दिया'
लोरमी से विधायक धरमजीत सिंह ने मौके पर उन्हें याद करते हुए कहा कि 'प्रोफेसर खेरा सच्चे अर्थ में गांधीवादी थे, जिनकी कथनी और करनी में कभी फर्क नहीं दिखा. खेरा साहब का यह समाज सदैव आभारी रहेगा, जिन्होंने सही मायने में जीवन जीने का मतलब समझा दिया'.