बिलासपुर: सब्जियों की महंगाई से इन दिनों आम आदमी परेशान है. ठंड के शुरुआती दिनों में जहां पहले सब्जियों की आवक ठीक-ठाक रहती थी और लोगों को बहुत हद तक सस्ती सब्जियां मिल जाती थी, वहीं आज स्थिति बिल्कुल उलट है. ETV भारत ने आज शहर के सबसे बड़े सब्जी विक्रय केंद्र बृहस्पति बाजार का जायजा लिया.
सब्जी लेने आए लोगों ने बताया कि फिलहाल जिस तरह सब्जियों के दाम में बढ़ोत्तरी हुई है उससे सभी परेशान हैं. लोगों का बजट बिगड़ गया है. पहले जिस दाम में लोग थैला भर के सब्जियां ले जाते थे आज उतने दाम में लोगों का आधा थैला नहीं भर पा रहा है. लोगों का कहना है कि सब्जियां इतनी महंगी हैं लेकिन सब्जियों के बगैर किसी का भी काम नहीं बनता. लिहाजा बढ़ती महंगाई में लोग बहुत संभलकर खरीददारी कर रहे हैं.
ग्राहकों पर पड़ा असर
सब्जी व्यापारी भी खुद सब्जियों के कम आवक की समस्या को लेकर परेशान हैं. व्यपारियों की मानें तो सब्जियों के कम आवक के कारण महंगाई स्वभाविक रूप से बढ़ गई है. जिसकी वजह से इनकी ग्राहकी मार खा रही है. महंगाई के कारण व्यापार भी बहुत प्रभावित हुआ है. छोटे सब्जी दुकानदारों का कहना है कि उन्हें खुद महंगे दाम में सब्जियां मिलती है, लिहाजा वो भी महंगे दाम में सब्जी बेचने को मजबूर हैं.
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बाजार में सब्जियों की कीमतें
- आलू-40 से 45 रुपये प्रति किलो
- प्याज-75 से 80 रुपये प्रति किलो
- गोभी-55 से 60 रुपये प्रति किलो
- बैगन-45 से 50 रुपये प्रति किलो
- भिंडी-55 से 60 रुपये प्रति किलो
- लौकी-20 से 25 रुपये प्रति किलो
- टमाटर-40 से 50 रुपये प्रति किलो
- अन्य हरी सब्जियां- 40 से 50 रुपये प्रति किलो
सब्जियों के बढ़ते दाम ने रुलाया
आलू, प्याज और टमाटर को आवश्यक सब्जियों में रखा जाता है. जिसके बगैर कोई भी सब्जी पूरी नहीं होती. लेकिन आलू और प्याज की कीमतों ने लोगों को सबसे ज्यादा रुलाकर रखा है. सब्जियों के बढ़ते दाम को देखते हुए लोगों ने अपने बजट को सीमित कर दिया है.