बिलासपुर: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अभी उम्मीद जगी ही थी कि बर्ड फ्लू ने अपना कोहराम मचाना शुरू कर दिया है. फिलहाल प्रदेश में अभी बर्ड फ्लू का एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन कई राज्यों की सीमा से सटे छत्तीसगढ़ में एहतियात के तौर पर निगरानी बढ़ा दी गई है. ETV भारत की टीम ने बिलासपुर के कानन पेंडारी मिनी जू का जायजा लिया और बर्ड फ्लू से बचाव को लेकर किए जा रहे है तमाम बारीकियों को परखा.
बिलासपुर जिले से लगे कोरबा जिले में दर्जनों पक्षियों की मौत के बाद बिलासपुर में भी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. ETV भारत ने जब कानन पेंडारी मिनी जू का जायजा लिया तो कानन पेंडारी में व्यवस्था कुछ हद तक दुरुस्त दिखी. लेकिन कानन में आने-जाने वाले लोगों में मास्क पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग को लेकर लापरवाही भी साफ तौर पर देखी जा रही है.
मेन गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था
कानन पेंडारी के मेन गेट पर ही सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है. बर्ड फ्लू के गाइडलाइंस के मुताबिक कानन में प्रवेश करनेवाले हर एक व्यक्ति के पैर और हाथ को सैनिटाइज किया जा रहा था. ऐंट्रेंस पर भी एक रासायनिक घोल रखा गया था, जिसमें पैर डालकर ही लोग अंदर आ रहे थे. इसके अलावा मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर निगरानी तो रखी जा रही थी लेकिन जू के भीतर कई लोग इन नियमों का उल्लंघन करते भी दिखे. कई पर्यटक जो पक्षियों को निहारने तो पहुंच गए थे लेकिन वो वर्तमान में बर्ड फ्लू के कहर से अनजान थे.
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लोगों में जागरुकता की कमी
मेन गेट के बाहर जो कर्मचारी ड्यूटी दे रहे थे वो अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे थे. लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों में जागरुकता का अभाव था. इस बीच कानन के भीतर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि अभी बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को देखते हुए कानन पेंडारी में बने दो बड़े पक्षियों के केज की विशेष निगरानी रखी जा रही है. बार-बार केज के भीतर और आसपास दवाई का छिड़काव किया जा रहा है. पक्षियों के लिए मल्टीविटामिन का घोल बनाया गया है. केज की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
कानन में 65 प्रजाति के पक्षी
कानन में फिलहाल 65 प्रजाति के पक्षी मौजूद हैं. बर्ड फ्लू को देखते हुए पक्षियों के खानपान पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जू के अंदर सफेद टाइगर समेत 22 मांसाहारी पशु भी हैं. इन्हें भोजन के रूप में जो चिकन दिया जाता है उसमें विशेष सावधानी बरती जा रही है. कानन में फिलहाल जिंदा चिकन ही लाया जा रहा है. जांच परख के बाद ही इसके मांस को पशुओं को दिया जाता है.
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सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव
कानन प्रबंधन का कहना है कि अभी तमाम तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं. किसी भी जीव में फ्लू के बताए गए लक्षणों के आधार पर कोई शिकायत नहीं मिली है. बिलासपुर जिले में 150 से ज्यादा सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट अभी निगेटिव आई है.
नियमों का पालन करने की जरुरत
बहरहाल कानन पेंडारी में बर्ड फ्लू को लेकर तैयारी ठीक दिखी. लेकिन कानन के अंदर कुछ लोगों में नियमों के पालन को लेकर ढिलाई देखने को मिली. उसे मजबूत करने की जरूरत है.