बिलासपुर: लंबे अर्से के बाद आज गौरेला-पेंड्रा-मरवाही वासियों की मांग पूरी होने जा रही है. आज प्रदेश का 28वां जिला अस्तित्व में आ जाएगा. कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. मंच से लेकर बैठक व्यवस्था तक पूरे कार्यक्रम की कमान स्थानीय प्रशासन के साथ ओएसडी शिखा राजपूत सम्हाली रही हैं.
कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल समेत मंत्री, अधिकारी मौजूद रहेंगे. प्रमुख अतिथियों के लिए भव्य मंच का निर्माण किया गया है. इसमें प्रमुख अथितियों सहित लगभग 50 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था की गई है, लेकिन यह आदिवासी बहुल जिला है इसलिए इस विशालकाय मंच में विभिन्न आदिवासी संस्कृति से सुसज्जित चित्रों की झलक भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है. विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए विभिन्न प्रकार के स्टॉल भी लगाए गए हैं. प्रदेश के मुखिया लगभग 1 घंटे यहां पर रहेंगे. मंच पर तिरंगे की डिजाइन लगाई गई है. इसके अतिरिक्त आम लोगों और अन्य विशिष्टजनों के लिए विशाल वाटर प्रूफ टेंट लगाया गया है.
इसमें लगभग 20 से 25 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है. खास बात ये रहेगी कि एक दूसरे के धुर विरोधी जेसीसीजे प्रमुख अजीत जोगी और सीएम भूपेश बघेल भी एक ही मंच पर कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. साथ ही आज कोटा से विधायक रहे स्व. पंडित राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल की जयंती भी है. जिले के उद्घाटन समारोह से पूरे क्षेत्र में उत्साह है. समारोह में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रभारीमंत्री ताम्रध्वज साहू समेत कई कैबिनेट मंत्री मौजूद रहेंगे. इसके अतिरिक्त नवगठित जिले के पुलिस विभाग के ओएसडी सूरज सिंह (IPS), पेण्ड्रा रोड के एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ( IAS) और अतिरिक्त कलेक्टर बीसी साहू भी उनके प्रमुख सहयोगी रहेंगे.