बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की जलदायिनी अरपा नदी गर्मी के मौसम में सूख गई है. जिससे शहरवासियों को लगातार जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन ने इस समस्या को सुलझाने और अरपा नदी को मानसून से पहले पुर्नजीवित करने के लिए कवायद शुरू कर दी है. अरपा नदी को रिचार्ज करने के लिए प्रशासन का सालों से फोकस अरपा में जमे सिल्ट को हटाने पर है, ताकि वॉटर लेवल बढ़ाया जा सके.
अरपा की हालत बीते कुछ सालों से ऐसी है कि वो सूख कर बंजर हो गई है. जिसका सबसे ज्यादा असर बिलासपुर में हुआ है. शहर का वॉटर लेवल नीचे चला गया है. जिसके कारण शहरवासियों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है. मानसून में नदी में पानी का प्रवाह होने के बाद भी वॉटर लेवल रिचार्ज नहीं हो रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि नदी में करीब 6 से 8 फीट तक सिल्ट जमा हो गया है, जिसके कारण मानसून का पानी नदी में रुक नहीं पाता. जिससे वॉटर लेवल रिचार्ज नहीं हो पाता.
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अरपा की खुदाई कर हटाया जाएगा सिल्ट
सिल्ट के कारण नदी का बहाव भी लगातार परिवर्तित हो रहा है. जिसके कारण कटाव के साथ नदी की चौड़ाई भी बढ़ते जा रही है, जो पानी नहीं रुकने का एक बड़ा कारण है. जिसे देखते हुए अब मानसून से पहले प्रशासन ने जमे सिल्ट को हटाने का काम शुरू करवा दिया है. अरपा में 6 से 8 फीट तक खुदाई कर सिल्ट हटाकर नदी को समतल किया जा रहा है.
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अधिकारी और महापौर ने दी नदी से सिल्ट हटाने की जानकारी
बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव का कहना है कि बीते कुछ सालों में अरपा की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. जिसका सीधा असर शहरवासियों पर पड़ा है, जिन्हें पानी के संकट की वजह से खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अरपा को रिचार्ज करने के लिए नदी से सिल्ट हटाया जाएगा. इस सिल्ट का उपयोग नदी के दोनों ओर बन रहे फोरलेन पर डालकर किया जाएगा. नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने जानकारी दी कि मानसून से पहले अरपा में जमें सिल्ट को हटाए जाने का काम शुरू कर दिया है.