बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में लगातार बीजेपी के केंद्रीय नेताओं और मंत्रियों का दौरा हो रहा है. आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिलासपुर आ रहे हैं. उनके बिलासपुर आने के कई राजनीतिक मायने हैं.छत्तीसगढ़ में आगामी नवंबर महीने में विधानसभा का चुनाव है, और इसके ठीक बाद अप्रैल-मई 2024 में लोकसभा का चुनाव होगा. इससे पहले ही बीजेपी अपनी जमीन पहले से ज्यादा मजबूत करने में जुटी है.
बीजेपी के केंद्रीय मंत्री और केंद्र के नेताओं का छत्तीसगढ़ दौरा अपने आप में विधानसभा चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. बीजेपी, एमपी और छत्तीसगढ़ में अपना वर्चस्व कम नहीं होने देना चाहती. चुनावी रणनीति की अगर बात करें तो बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए 2 साल पहले ही लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर देती है. इसी के तहत अब केंद्रीय मंत्रियों का मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करना ही दौरे का उद्देश्य माना जा रहा है.
''जिस तरह से भाजपा चुनाव लड़ती है. जिससे कहा जा सकता है कि यह अपने आप में ही एक अलग ही रणनीति तैयार करती है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव के 2 साल पहले चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इसी के तहत केंद्रीय मंत्री लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं. भाजपा को छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में से 11 में 11 और 11 में 10 सीटें पिछले चुनाव में मिले हैं. यही कारण है कि भाजपा इसे कम नहीं होने देना चाहती.'' राजेश अग्रवाल,राजनीति के जानकार
दक्षिण में बीजेपी का वोट परसेंट हुआ कम : राजनीति के जानकार राजेश अग्रवाल के मुताबिक कर्नाटक चुनाव के बाद से ही बीजेपी ने सबक लिया है. क्योंकि कर्नाटक चुनाव में हुई करारी हार और इसके अलावा साउथ के बाकी चार राज्यों में भी बीजेपी के वोटिंग प्रतिशत में कमी आई है. बीजेपी को लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ में अच्छी खासी सीट हासिल हो जाती है. बीजेपी अब इन राज्यों से अपना प्रभाव कम होने नहीं देना चाहती. यही कारण है कि लगातार केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के केंद्रीय नेता इन चारों राज्यों में दौरा कर रहे हैं और अपनी पैठ और मजबूत कर रहे हैं.