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VIDEO: जानिए पुलिस की इस वायरल तस्वीर का पूरा सच

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Published : Dec 14, 2019, 7:43 AM IST

इस तस्वीर में पुलिस का सिपाही जमीन पर गिरे अपराधी पर अपने बूट से हमला करता दिखाई दे रहा है. जाने पूरा मामला.

Policeman attacked criminal with his boot on the ground in bilaspur
पुलिस का सिपाही जमीन पर गिरे अपराधी पर अपने बूट से हमला

बिलासपुर: इन दिनों बिलासपुर पुलिस की एक तस्वीर वायरल हो रही है. जिसमें पुलिस का एक सिपाही अपराधी पर जूते से हमला करते नजर आ रहा है. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि क्या है इस वायरल फोटो की हकीकत और क्या है पूरा सच.

अपराधी पर अपने बूट से हमला

इस तस्वीर में पुलिस का सिपाही जमीन पर गिरे अपराधी पर अपने बूट से हमला करता दिखाई दे रहा है. जिस तरह से तस्वीर खींची गई है, उससे समझ आ रहा है कि एक अपराधी पुलिस की क्रूरता का शिकार हो रहा है. लेकिन जो सच्चाई सामने आई हैं उसके अनुसार, यहां पुलिस की क्रूरता नहीं बल्कि बेबसी है. ये वीडियो देखिए, इस वीडियो में पुलिस का सिपाही कहीं भी अपराधी पर हमला करता नजर नहीं आ रहा है.

पुलिस ने किया गिरफ्तार
दरअसल, ये अपराधी एक मानसिक रोगी है. गुरुवार सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच ये एक घर में घुस गया, जिससे घर में मौजूद लोग घबरा गए. इसके बाद पुलिस को फोन कर सूचना दी गई. सिविल लाइन पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर थाने ले आयी. थाने में लाने के बाद उसका अस्पताल में चेकअप कराया गया. अस्पताल में चेकअप के बाद पुलिस उसे CJM कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी.

कोर्ट में बताया कि रोगी के साथ कोई क्रूरता नहीं
पुलिस ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मानसिक रोगी के साथ कोई क्रूरता नहीं की गई है. बल्कि उसे खाना खिलाया गया था और फिर कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने बताया कि मानसिक रोगी को काबू करने में धैर्य रखना पड़ता है क्योंकि उसे काबू करना मुश्किल होता है.

बिलासपुर: इन दिनों बिलासपुर पुलिस की एक तस्वीर वायरल हो रही है. जिसमें पुलिस का एक सिपाही अपराधी पर जूते से हमला करते नजर आ रहा है. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि क्या है इस वायरल फोटो की हकीकत और क्या है पूरा सच.

अपराधी पर अपने बूट से हमला

इस तस्वीर में पुलिस का सिपाही जमीन पर गिरे अपराधी पर अपने बूट से हमला करता दिखाई दे रहा है. जिस तरह से तस्वीर खींची गई है, उससे समझ आ रहा है कि एक अपराधी पुलिस की क्रूरता का शिकार हो रहा है. लेकिन जो सच्चाई सामने आई हैं उसके अनुसार, यहां पुलिस की क्रूरता नहीं बल्कि बेबसी है. ये वीडियो देखिए, इस वीडियो में पुलिस का सिपाही कहीं भी अपराधी पर हमला करता नजर नहीं आ रहा है.

पुलिस ने किया गिरफ्तार
दरअसल, ये अपराधी एक मानसिक रोगी है. गुरुवार सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच ये एक घर में घुस गया, जिससे घर में मौजूद लोग घबरा गए. इसके बाद पुलिस को फोन कर सूचना दी गई. सिविल लाइन पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर थाने ले आयी. थाने में लाने के बाद उसका अस्पताल में चेकअप कराया गया. अस्पताल में चेकअप के बाद पुलिस उसे CJM कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी.

कोर्ट में बताया कि रोगी के साथ कोई क्रूरता नहीं
पुलिस ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मानसिक रोगी के साथ कोई क्रूरता नहीं की गई है. बल्कि उसे खाना खिलाया गया था और फिर कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने बताया कि मानसिक रोगी को काबू करने में धैर्य रखना पड़ता है क्योंकि उसे काबू करना मुश्किल होता है.

Intro:इन दिनों बिलासपुर से पुलिस की क्रूरता बताते हुए एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिस का एक सिपाही अपराधी पर बूट से हमला करते नज़र आ रहा है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि क्या है इस वायरल फ़ोटो की हक़ीक़त और पूरा मामला क्या है।
Body:इस तस्वीर में पुलिस का सिपाही ज़मीन पर गिरे अपराधी पर अपने बूट से हमला करता दिखाई दे रहा है। जिस तरह से तस्वीर खींची गई है उससे समझ आ रहा है कि एक अपराधी पुलिस की क्रूरता का शिकार हो रहा है। ये तस्वीर नियम कायदे के बजाय मोब लिंचिंग प्रतीत कर रही है। लेकिन इस कहानी में ट्विस्ट है। यहां पुलिस की क्रूरता नहीं बल्कि बेबसी है। ये वीडियो देखिए, इस पूरे डेढ़ मिनट के वीडियो में पुलिस का सिपाही कहीं भी अपराधी पर हमला करता नजर नहीं आ रहा है। उसके बूट भी अपराधी पर नहीं है। Conclusion:तो फिर हुआ क्या..
दरअसल, ये अपराधी एक मानसिक रोगी है। गुरुवार अल सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच ये एक घर मे घुस गया और जिससे घर में मौजूद लोग घबरा गए। तुरन्त पुलिस को फोन कर सूचना दी गई। सिविल लाइन पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर थाने ले आयी। थाने में लाने के बाद उसका अस्पताल में चेक अप कराया गया। अस्पताल में चेक अप के बाद पुलिस उसे CJM कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी। तभी ये मानसिक रोगी पुलिस को चकमा दे कर भाग गया। पुलिस ने भी इसके पीछे दौड़ लगाई और इमलीपारा के पास एक सिपाही ने अपराधी मानसिक रोगी को दबोच लिया। लेकिन मानसिक रोगी खतरनाक होते हैं इसलिए सिपाही को उसको काबू में करना आसान नहीं हो रहा था। तभी वहां मौजूद भीड़ इकट्ठा हो गई और उस भीड़ ने सिपाही की मानसिक रोगी को काबू में करने के बजाय तमाशा देखती रही। इस बीच भीड़ में से किसी ने रस्सी फेंकी। सिपाही किसी तरह रस्सी से उसका हाथ बांधा। लेकिन जब पैर पर रस्सी बांधने की बारी आई तब वो बंधे हाथ से छुड़ाने और पैर चलाने लगा। इतना सब होता रहा लेकिन भीड़ से किसी ने भी सिपाही की मदद करने की कोशिश नहीं की। इसके बाद सिपाही ने उसके हाथ पर अपना बूट रखा जिससे उसका हाथ दबा रहे और जैसे तैसे उसके पैर पर रस्सी बांधी जा सके। और यही फ़ोटो उस समय किसी ने खींच ली और पुलिस की क्रूरता बताते हुए इसे वायरल कर दिया। हाथ पैर बांधने के बाद सिपाही ने टीम के पहुंचने का इंतज़ार किया, जिसके बाद उसे दुबारा मेडिकल चेक अप के लिए ले गए और फिर CJM कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के बाद अपराधी को सेन्द्री के पागलखाने में दाखिल कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मानसिक रोगी के साथ कोई क्रूरता नहीं की गई है, बल्कि उसे खाना खिलाया गया था और फिर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने बताया कि मानसिक रोगी को काबू करने में धैर्य रखना पड़ता है क्योंकि उसे काबू करना मुश्किल होता है।
विशाल झा....बिलासपुर
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