जांजगीर चाम्पा: जिला के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने जन सुनवाई की. इस दौरान किरणमयी नायक ने छत्तीसगढ़ की साय सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया. मीडिया से बातचीत के दौरान किरणमयी नायक ने कहा कि सरकार बदलने पर मुझसे सुरक्षा छीन ली गई है.
गनमैन वापस लेने का लगाया आरोप: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर अपने गनमैन वापस लिए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "सुनवाई के दौरान मैं ऐसे जिले में दौरा करती हूं, जहां मंत्री भी नहीं पहुंच पाते. सरकार बदलने के साथ जो गार्ड की सुविधा मिली थी, उसे वापस ले लिया गया. इसके अलावा पांच जिला में महिला आयोग के सदस्यों के खाली स्थानों में नियुक्ति करने के लिए राज्य शासन को पत्राचार किए जाने की बात की थी."
35 मामलों में हुई सुनवाई: किरणमयी नायक ने कहा, "महिला आयोग अध्यक्ष बनने के बाद चार साल में 280 जन सुनवाई का आयोजन किया गया, जिसमे जांजगीर चाम्पा जिला में 10वीं जन सुनवाई की गई. जांजगीर में 35 प्रकरण की गुरुवार को सुनवाई रखी गई थी. एक प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया. इसमें न्यायालय और महिला आयोग में एक साथ प्रकरण था, जिसे नस्तीबद्ध किया गया. वहीं दूसरे मामले में एक अधिकारी ने आवेदिका की तरफ से केस वापस लेने का आवेदन दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला आयोग ने केस बनाया है. इसके अलावा सामाजिक तलाक को कानूनी मान्यता नहीं होने के कारण न्यायलय से आपसी राजी नामा से तलाक लेने के निर्देश दिए गए हैं."
राज्य महिला आयोग महिलाओं की सुविधा को लेकर नई पहल करने की तैयारी में है. अब नया ऐप बना कर महिला सम्बंधित शिकायतों को ऑन लाइन लेने की तैयारी है. इस ऐप के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री से भी चर्चा कि गई है. महिला आयोग का ये ऐप देश का पहला ऐप होगा, जिसमें केस रजिस्ट्रेशन के साथ केस के स्थिति की भी जानकारी दी जाएगी. -किरणमयी नायक, राज्य महिला आयोग, छत्तीसगढ़
बता दें कि जांजगीर चांपा में हुई जनसुनवाई के दौरान किरणमयी नायक ने छत्तीसगढ़ सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया. उन्होंने सरकार बदलने के बाद उनकी सुरक्षा में तैनात गनमैन वापस लिए जाने की बात कही.