गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. लेकिन आम जनता अब भी ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है, ना ही मास्क लगा रही है. पेंड्रा से ऐसी तस्वीर सामने आई जहां जिसको कोरोना के खिलाफ कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई वह लापरवाह नजर आ रहे हैं. नगर पंचायत अध्यक्ष, पूर्व उपाध्यक्ष , पार्षद यहां तक कि पुलिस के पदस्थ सब इंस्पेक्टर भी चौराहे पर खड़े होकर बिना मास्क के बातचीत करते नजर आ रहे हैं.
जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और नह ही कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा है. सभी को पता है कि मास्क लगाना अनिवार्य है, सभी के पास मास्क थे लेकिन सिर्फ जेबों में. अधिकारियों से पूछा गया कि आपने मास्क क्यों नहीं लगाया है? जबकि सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना आवश्यक है. सभी ने अपनी गलती जरूर मानी और यह भी कहा कि आगे से हम इसका ध्यान रखेंगे.
बसों में नहीं हो रहा नियमों का पालन
कोरोना काल में बसों का परिचालन शुरू होने के पहले शासन और प्रशासन की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए थे. जिसमे बसों को यात्रियों की आधी क्षमता के साथ चलाने, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ सैनिटाइजर का उपयोग करने की बात कही गई थी. लेकिन बसों में ना तो कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही दिशा निर्देशों का. ज्यादातर यात्री बिना मास्क के ही नजर आए.
पढ़ें-सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के केस, जिला पंचायत CEO भी कोरोना पॉजिटिव
जिले में अब तक के आकड़ों के अनुसार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1 हजार से कम है. लेकिन जिस तरह से लापरवाही बढ़ती जा रही है उससे हालात चिंताजनक हो सकते हैं.