बिलासपुर: मरवाही उपचुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पेंड्रा नगर पंचायत के अध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के सामने राकेश जलन कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. नगर पंचायत पेंड्रा के अध्यक्ष के साथ 2 पार्षदों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है.
मरवाही उपचुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, सियासी घमासान वैसे-वैसे बढ़ता जा रहा है. लगातार जेसीसी(जे) और बीजेपी से जुड़े बड़े नेता कांग्रेस में प्रवेश कर रहे हैं. इस बार चुनाव के ठीक पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पेंड्र नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जलन के साथ दो पार्षद पारस चौधरी और प्रेमवती ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.
विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पर साधा निशाना
बीजेपी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने साफतौर पर कहा है कि 'कांग्रेस की यह संस्कृति रही है वो लोगों को ब्लैकमैल कर अपनी पार्टी में शामिल करवाती है. सन 2000 में जब छत्तीसगढ़ बना और कांग्रेस की सरकार बनी तो बहुमत होने के बावजूद हमारे 12 विधायकों को दबाव डालकर दलबदल कराया गया था. कांग्रेस मरवाही चुनाव हारने से डर रही है, इसलिए अन्य पार्टी के लोगों को ब्लैकमेलिंग कर अपनी पार्टी में शामिल करा रहे हैं.'
3 नवंबर को होंगे मतदान
दिवंगत नेता अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली हुई थी. वैसे तो मरवाही जोगी परिवार का गढ़ माना जाता है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. बीते दिन कांग्रेस समिति की बैठक हुई जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने मरवाही में प्रचंड जीत का दावा किया है. हालांकि अभी किसी भी पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. 3 नवंबर को मरवाही विधानसभा के लिए उपचुनाव होने हैं.