बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना की शुरुवात हरेली त्योहार के साथ हुई. इस अवसर पर प्रदेश सहित बिलासपुर जिले में भी अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. बिलासपुर नगर निगम के मोपका गौठान में भी गोधन न्याय योजना का शुभांरभ किया गया. इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से गोबर खरीदेगी और जिसके लिए सरकार ने गोबर का परिवहन व्यय सहित दो रुपये प्रति किलो दाम तय किया है. योजना का शुभारंभ जिले के मोपका शहरी गौठान से योजना की प्रभारी और संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने किया.
इस दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक गौठान में गोबर की खरीदी की जाएगी. अब पशुपालक गौठान पहुंचकर गौधन का विक्रय कर सकते हैं. जिले की प्रभारी और संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार एक बेहतर योजना लेकर आई है, जिससे गौ-पालकों को लाभ मिलेगा.
गोबर से बनेगा जैविक खाद तैयार
हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि नई योजना के क्रियान्वयन में कुछ समस्या जरूर आती है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अगर योजना को सही तरीके से संचालित करेंगे तो निश्चित तौर पर योजना सफल तो होगी ही साथ ही इसका लाभ भी पशु पालकों तक पहुंचेगा. उन्होंने बताया कि शासन 2 रुपए प्रतिकिलो गोबर खरीद कर जैविक खाद तैयार करेगी, जिसे 8 रुपये प्रतिकिलो की दर बेचा जाएगा.
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कार्यक्रम पर मौजूद कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर ने कहा कि इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से एक ओर जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा. वहीं दूसरी ओर शहरी और ग्रामीण स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि इससे पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी.