बिलासपुर: बिल्हा क्षेत्र में सप्ताह भर से हो रही बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. किसानों के मुताबिक भगवान भरोसे होने वाली खेती से इस मर्तबा अच्छी उम्मीद थी, लेकिन बारिश ने खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. जिससे अब किसानों के सामने आर्थिक समस्या आ खड़ी हुई है.
बिल्हा क्षेत्र के किसान बताते हैं कि वो पहले तो कीट से परेशान थे और अब बची हुई फसल को बारिश ने लील लिया है. ऐसे में सरकार से ही मदद की उम्मीद बचती है. किसानों के मुताबिक फसल की बर्बादी को लेकर अब तक किसी विभाग के अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है. इससे कोई राहत उन्हें नहीं मिली है.
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4-5 दिन खेत डूबने से सड़ गए धान के पौधे
प्रदेश में बिलासपुर धान की सबसे ज्यादा पैदावार करने वाला जिला रहा है. बिलासपुर में सबसे ज्यादा धान की खेती होती है, इसलिए फसल का नुकसान भी इन जगहों पर सबसे ज्यादा हुआ है. किसानों का कहना है कि जब पौधा पूरी तरह से स्वस्थ और धान पैदा करने के लायक हुआ, तभी बारिश खेत में पानी भर गया और इस कारण 4 से 5 दिनों के लिए खेत डूब गए, जिसमें धान का पौधा पूरी तरह से सड़ गया.
धान की फसल हुई बर्बाद
जिले में कुछ क्षेत्रों में सप्ताह भर से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है. जिसके कारण जिले में मौजूद नदी और नाला भर गए हैं. नाले के ऊफान पर होने से एक बार फिर से सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है. इस बार धान की फसल में बालियां आनी शुरू हो गई हैं, ऐसे में धान की फसल डूबने से किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.