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बिलासपुर में मॉस्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने स्वास्थ्य विभाग एक्टिव - Omicron BF7 Variant in India

कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी किया है. लोगो से अपील की जा रही है कि मास्क और सेनेटाइजर का प्रॉपर इस्तेमाल करें, ताकि इससे बचाव हो सके. Omicron BF7 Variant in India डिमांड बढ़ने पर कालाबाजारी का खतरा भी मंडराने लगा है. पिछले तजुर्बे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मास्क और सैनिटाइजर सहित जीवन रक्षक दवाइयों की कालाबाजारी को रोकने के लिए एक्टिव हो गया है.Bilaspur latest news

Health department active to stop black marketing
दवाइयों की कालाबाजारी
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Published : Dec 27, 2022, 11:24 PM IST

Updated : Dec 28, 2022, 9:59 AM IST

दवाइयों की कालाबाजारी रोकने स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद

बिलासपुर: चीन में कोरोना विस्फोट के बाद भारत में भी इसके लिए गाइडलाइन जारी हुई है. पिछले दो सालों में कोरोना ने भारत मे भी आतंक मचाया है. अब एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दिया है. इस समय मास्क सेनेटाइजर की डिमांड नहीं के बराबर है, लेकिन की तीसरी लहर में इनकी डिमांड बहुत ज्यादा थी और कालाबाजारी भी शुरू हो गई थी. कोरोना की तीसरी लहर में लगभग 45 लाख के मास्क और सैनिटाइजर एक महीने में ही बिक गए थे. लेकिन अभी मात्र 3 लाख रुपए तक ही जिले में महीने की बिक्री हो रही है. आने वाले दिनों में डिमांड बढ़ने वाली है, जिससे कहीं ऐसा न हो कि पहली लहर की तरह मास्क और सेनेटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो जाए. आइये समझें, इससे निपटने स्वास्थ्य विभाग कितना तैयार है. Bilaspur latest news

कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं, प्रशासन मुस्तैद: कोरोना महामारी की पहली लहर के भारत में दस्तक के बाद मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो गई थी. तब ऊंची कीमत पर मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री की जा रही थी. मेडिकल लाइन में कालाबाजारी और डिमांड के अनुरूप पूर्ति नहीं करने से बाजार में किल्लत हुई. अब एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट ने भारत में दस्तक दिया है. आशंका जताई जा रही है कि फिर से मास्क, सैनिटाइजर और इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाली दवाइयों के साथ ही कोरोना से बचाव से जुड़े कई मेडिकल सामग्रियों की कालाबाजारी हो सकती है. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को बढ़ी कीमतों से राहत दिलाने के लिए कमर कस रखी है. अब जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी कालाबाजारी रोकने खाद्य एवं औषधि प्रशासन को निर्देश दे रहे हैं.Arrangements in Chhattisgarh to deal corona

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के क्या हैं इंतजाम, जानिए


खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग करेगी कार्रवाई: जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि "कोरोनावायरस की दस्तक से लोगों में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है. इसके साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार और इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाली दवाइयां लोग अधिक मात्रा में लेकर घरों में स्टॉक कर रखते हैं. डिमांड बढ़ जाने की वजह से इसमें कालाबाजारी भी शुरू हो जाती है. लेकिन उन्होंने इसके लिए पहले ही कमर कस ली है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन को पत्र लिखकर कालाबाजारी रोकने और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. अब सैनिटाइजर और मास्क जैसे सामान्य चीजों पर कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं होगी.danger of fourth wave of Corona

शुरुआती दिनों के मुकाबले अभी डिमांड है कम: शहर में मेडिकल संचालन करने वाले ने कारोबरी ने बताया कि "कोरोनावायरस की दस्तक ने लोगों को डरा दिया था और महीने के शुरुआत में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई थी, लेकिन अभी इन सामानों की डिमांड काम हो गई है. लोग अब बहुत कम मात्रा में इसकी खरीदी कर रहे है. कुछ ग्राहक ही अभी मास्क और सेनेटाइजर की खरीदी करने आ रहे हैं.

दवाइयों की कालाबाजारी रोकने स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद

बिलासपुर: चीन में कोरोना विस्फोट के बाद भारत में भी इसके लिए गाइडलाइन जारी हुई है. पिछले दो सालों में कोरोना ने भारत मे भी आतंक मचाया है. अब एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दिया है. इस समय मास्क सेनेटाइजर की डिमांड नहीं के बराबर है, लेकिन की तीसरी लहर में इनकी डिमांड बहुत ज्यादा थी और कालाबाजारी भी शुरू हो गई थी. कोरोना की तीसरी लहर में लगभग 45 लाख के मास्क और सैनिटाइजर एक महीने में ही बिक गए थे. लेकिन अभी मात्र 3 लाख रुपए तक ही जिले में महीने की बिक्री हो रही है. आने वाले दिनों में डिमांड बढ़ने वाली है, जिससे कहीं ऐसा न हो कि पहली लहर की तरह मास्क और सेनेटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो जाए. आइये समझें, इससे निपटने स्वास्थ्य विभाग कितना तैयार है. Bilaspur latest news

कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं, प्रशासन मुस्तैद: कोरोना महामारी की पहली लहर के भारत में दस्तक के बाद मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो गई थी. तब ऊंची कीमत पर मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री की जा रही थी. मेडिकल लाइन में कालाबाजारी और डिमांड के अनुरूप पूर्ति नहीं करने से बाजार में किल्लत हुई. अब एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट ने भारत में दस्तक दिया है. आशंका जताई जा रही है कि फिर से मास्क, सैनिटाइजर और इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाली दवाइयों के साथ ही कोरोना से बचाव से जुड़े कई मेडिकल सामग्रियों की कालाबाजारी हो सकती है. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को बढ़ी कीमतों से राहत दिलाने के लिए कमर कस रखी है. अब जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी कालाबाजारी रोकने खाद्य एवं औषधि प्रशासन को निर्देश दे रहे हैं.Arrangements in Chhattisgarh to deal corona

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के क्या हैं इंतजाम, जानिए


खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग करेगी कार्रवाई: जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि "कोरोनावायरस की दस्तक से लोगों में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है. इसके साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार और इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाली दवाइयां लोग अधिक मात्रा में लेकर घरों में स्टॉक कर रखते हैं. डिमांड बढ़ जाने की वजह से इसमें कालाबाजारी भी शुरू हो जाती है. लेकिन उन्होंने इसके लिए पहले ही कमर कस ली है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन को पत्र लिखकर कालाबाजारी रोकने और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. अब सैनिटाइजर और मास्क जैसे सामान्य चीजों पर कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं होगी.danger of fourth wave of Corona

शुरुआती दिनों के मुकाबले अभी डिमांड है कम: शहर में मेडिकल संचालन करने वाले ने कारोबरी ने बताया कि "कोरोनावायरस की दस्तक ने लोगों को डरा दिया था और महीने के शुरुआत में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई थी, लेकिन अभी इन सामानों की डिमांड काम हो गई है. लोग अब बहुत कम मात्रा में इसकी खरीदी कर रहे है. कुछ ग्राहक ही अभी मास्क और सेनेटाइजर की खरीदी करने आ रहे हैं.

Last Updated : Dec 28, 2022, 9:59 AM IST
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